हरिद्वार 7 जनवरी 2022। जोशीमठ में भू-धंसाव की स्थिति को देखकर सपा के नेता महंत शुभम गिरी ने चिंता जाहिर करते हुए अपनी संवेदनाएं वहां के लोगों के साथ प्रकट की है। उन्होंने कहा कि शनिवार को जब मुख्यमंत्री जोशीमठ का दौरा करें तो उसी समय मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से अपील करें और रक्षा मंत्रालय से अपील करके वहां पर सेना की मदद से राहत बचाव कार्य शुरू करवाना चाहिए और जितने भी वहां पर वैध या अवैध निर्माण कार्य है सब पर रोक लगाने के साथ-साथ सबकी जांच होनी जानी चाहिए। जिस तरह से 551 मकानों पर बड़ी बड़ी दरारे पड़ रही है और जोशीमठ में भू-धंसाव का संकट दिन-प्रतिदिन गहरा हो रहा है, सरकार को यहां पर शीघ्र अति शीघ्र सैनिक बल और स्थानीय व्यक्तियों के लिए मदद की कोशिश करनी चाहिए। यहां के प्रशासन को दिशा निर्देश देकर जोशीमठ को शीघ्र बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा जोशीमठ आध्यात्मिक आदि गुरु शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित किया हुआ शहर है और यहां पर आदि गुरु शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित जोशीमठ की स्थापना भी की गई है और साथ में नरसिंह मंदिर भी यहां पर बहुत पुराना है और यहां के जो निर्माणाधीन फर्श है और सड़क है वह बिल्कुल जमीन पर बड़ी-बड़ी दरारें वहां पर आ रखी है और जमीन धंसने का जो मामला जोशीमठ में आया क्योंकि वहां पर सुरंग का कार्य और सड़क का निर्माण किया जा रहा था।
इस निर्माण को यथाशीघ्र इस पर रोक लगा देनी चाहिए और जमीन धंसने का जो नुकसान स्थानीय व्यक्ति को हुआ है उसके लिए सरकार को आर्थिक मदद भी करनी चाहिए। यथाशीघ्र वहां के जनमानस को दूसरी जगह पर विस्थापन करना चाहिए और जोशीमठ को बचाने के लिए सरकार को अस्थाई मकान भी बनाने चाहिए और वहां के स्थानीय व्यक्तियों को यथाशीघ्र दूसरी जगह स्थापित करना चाहिए, क्योंकि करीब 500 से ज्यादा लोग वहां से पलायन कर चुके हैं और सरकार को जितने भी वहां पर जनमानस है जितनी भी वहां पर गोशाला है पशु पक्षियों को भी सुरक्षित करना चाहिए। सरकार इस विषय में गंभीरता से ध्यान दें। महंत शुभम गिरी ने कहा वे जोशीमठ के लोगों के साथ हमेशा खड़े हैं और यथाशीघ्र वे जोशीमठ भी जाएंगे और वहां के जनमानस की भी समस्या सुनेंगे और नरसिंह मंदिर और ज्योतिश्वर महादेव मंदिर को बचाने का काम सरकार को करना चाहिए।