हरिद्वार 16 दिसंबर 2022। विजिलेंस जांच की रडार पर आए पूर्व आई एफ एस किशनचंद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां एक और हाल ही में विजिलेंस ने हरिद्वार में उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी तो वही अब अखाड़े ने भी उनको पद से मुक्त कर दिया है।
आपको ज्ञात होगा कि पूर्व आई एफ एस किशनचंद पर कुमाऊं के कालागढ़ रेंज के मोरघट्टी और पाखरो में तैनाती के दौरान पेड़ों के बड़ी मात्रा में कटान एवं वन्य भूमि पर अवैध संपत्तियों के निर्माण के गंभीर आरोप हैं। बृहस्पतिवार को बहादराबाद रिसर्च कॉलोनी में हुई श्री गुरु रविदास अखाड़े की बैठक में पूर्व विधायक और अखाड़े के अध्यक्ष रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने यह निर्णय लिया।
प्रेस को जारी बयान में सुरेश राठौर ने कहा कि किशनचंद के विरुद्ध जो भी जांच चल रही हैं और जब तक वह पूरी नहीं हो जाती। जब तक वह संन्यास परंपराओं को धारण नहीं करते हैं तक तक उन्हें अखाड़े के महामंत्री पद और अखाड़े की सभी कार्यकलापों से मुक्त किया जाता है। तो वही किशन चंद को अखाड़े में इतना बड़ा पद दिए जाने पर भी विवाद खड़ा हो गया था। इस बात की भी चर्चा होने लग गई थी कि पूर्व आई एफ एस किशनचंद अपने आप को विजिलेंस जांच से बचाने के लिए यह सब पहले अपना रहा है।