देहरादून 29 सितंबर 2022। उत्तराखंड में अंकिता हत्याकांड के बवाल के बीच एक ऐसा मामला सामने आया जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में होने लगी। जसपुर के थाना अध्यक्ष अशोक कुमार के खिलाफ महिला ने रेप का आरोप लगाते हुए डीजीपी से मुलाकात की और डीजीपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया। यही नहीं उधम सिंह नगर के पुलिस कप्तान ने भी विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश खबर वायरल होने के बाद दिए थे।
लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात तो यह सामने आई है कि जिस महिला ने दरोगा पर रेप का आरोप लगाया था वह डीजीपी से मुलाकात के 24 घंटे के भीतर ही पलट गई है। अब महिला ने डीजीपी के पास पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया और कहा कि उसने जो शिकायत जसपुर के थानाअध्यक्ष के खिलाफ की थी वह आवेश में आकर की थी। अब इस मामले में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई करना नहीं चाहती, बकायदा मीडिया को बयान जारी करते हुए महिला ने कहा कि उनके द्वारा जो पूर्व में आरोप लगाए गए थे अब वह उसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहती। 24 घंटे के अंदर बयान से पलटने वाली महिला की अब लोग आलोचना कर रहे हैं, और कह रहे हैं कि आखिर ऐसा करना ही था तो इससे पहले डीजीपी से मुलाकात करके महिला क्या जताना चाहती थी। और महिला ने आखिर डीजीपी के साथ-साथ अन्य पुलिस कर्मियों का वक्त क्यों बर्बाद किया? अब जिस तरीके से महिला अपने बयान से पलटी है, अब देखना यह होगा कि क्या डीजीपी द्वारा सस्पेंड किए गए कोतवाल को दोबारा बहाली दी जाती है और आखिर दी जाएगी तो कब तक दी जाएगी!