ब्रेकिंग : 80 लाख मे पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व आफिसर ने किया था पेपर लीक, हुई 23 वीं गिरफ्तारी

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में हुए पेपर लीक मामलों पर गंभीर है और उन्होंने अपराधियों की संपत्ति जब्त करने और गेंगस्टर एक्ट में करवाई करने के निर्देश दिए हैं। तो दूसरी और उत्तराखंड एसटीएफ भी इमानदारी से काम करते हुए अब तक कई बड़ी गिरफ्तारी कर चुकी और है। इसी मामले से जुड़ी एक ओर बड़ी खबर सामने आ रही है। पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व असिस्टेंस इस्टैब्लिशमेंट ऑफिसर(AEO) की गिरफ्तारी हुई है और यह 23 वीं गिरफ्तारी है। आपको बता दें उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय (VDO, VPDO आदि) भर्ती परीक्षा धांधली में उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की ताबड़तोड़ कार्यवाही जारी है। मामले में अब रिटायर्ड अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। यूकेएसएसएससी परीक्षा लीक मामले में यह अब तक की 23वीं गिरफ्तारी है। एसटीएफ द्वारा परीक्षा लीक मामले में जांच पंतनगर यूनिवर्सिटी में रिटायर्ड अधिकारी तक पहुंच गई है। एसटीएफ ने गहन पूछताछ और साक्ष्य / इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के आधार पर दिनेश चंद्र जोशी, रिटायर्ड A.E.O. (असिस्टेंट एस्टेब्लिसमेंट ऑफिसर) को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त वर्तमान में कुसुमखेड़ा हल्द्वानी में रहता है।


दिनेश चंद्र जोशी वर्ष 2006 से 2016 तक परीक्षा सेल पंतनगर यूनिवर्सिटी में कार्यरत रहा। यूनिवर्सिटी के परीक्षा और प्रिंटिंग कार्य के लिए लंबे समय से (UKSSSC) परीक्षा प्रिंटिंग प्रेस आरआईएमएस (RIMS) लखनऊ के लोगों से जुड़ा था। जहां से परीक्षा के पूर्व में प्रश्न पत्र एक मध्यस्थ के माध्यम से प्राप्त कर हल्द्वानी और आसपास में छात्रों को दिए गए, जिसके एवज में 80 लाख रुपए मिले थे। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि पूछताछ के बाद महत्वपूर्ण कड़ियां इस मामले में जुड़ती जा रही हैं। जिसमे भविष्य में और लोगों की गिरफ्तारी संभव है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गड़बड़ी वाली सभी परीक्षाओं को निरस्त करने का आदेश दिए और दोषियों की संपति को जब्त करने के लिए भी कहा है। ऐसे में धांधली को लेकर सबसे अधिक चर्चाओं में रही यह परीक्षा रद्द तो होगी ही, लेकिन एसटीएफ ने इस जांच में नकल माफियाओं की कमर तोड़ दी है। लेकिन देखना यह होगा कि छोटी-छोटी मछलियों के पकड़े जाने के बाद पेपर लीक मामले में एसटीएफ बड़े मगरमच्छ को भी इसी तरह पकड़ेगी और पूरे देश में एक मिसाल पेश करेगी। वही एसटीएफ की गिरफ्तारियां के बीच उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में ईमानदारी से पेपर देने वाले बच्चे अब इसमें सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं और #Cbiinevestigationuksssc ट्रैंड कर रहा है।

पेपर लीक मामले में इन लोगों कि हो चुकी है गिरफ्तारी :-

1- शूरवीर सिंह चौहान
2- कुलवीर सिंह (स्वामी डेल्टा कोचिंग सेन्टर करनपुर देहरादून)
3- मनोज जोशी पीआरडी (पीआरडी पूर्व कर्मचारी UKSSSC रायपुर देहरादून)
4- गौरव नेगी
5- जयजीत दास (प्रोग्रामर, प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
6- मनोज जोशी (कनिष्ठ सहायक सितारगंज न्यायालय ऊधमसिंहनगर )
7- अभिषेक वर्मा ( कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
8- दीपक चैहान (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे0न0ब0 सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
9- भावेश जगूडी (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे0न0ब0 सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
10- दीपक शर्मा
11- अमरीष कुमार (उत्तराखण्ड पुलिस आरक्षी ऊधमसिंहनगर में नियुक्त)

12- महेन्द्र चौहान( कनिष्ठ सहायक नैनीताल न्यायालय में)
13- हिमांशु काण्डपाल (कनिष्ठ सहायक रामनगर न्यायालय में)
14- तुषार चौहान
15- गौरव चौहान ( अपर निजी सचिव, सचिवालय उत्तराखण्ड)
16- सूर्य प्रताप, (अपर निजी सचिव, न्याय विभाग सचिवालय)
17- तनुज शर्मा, (शिक्षक अटल उत्कृष्ठ राजकीय इंटर कॉलेज नैटवाड)
18- हाकम सिंह, जिला पंचायत सदस्य (जखोल),
19- अंकित रमोला, उत्तरकाशी
20- ललित राज शर्मा, जूनियर इंजीनियर (JE), उत्तर प्रदेश
21- चंदन सिंह मनराल, एनजीओ संचालक
22- जगदीश गोस्वामी, (शिक्षक, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलसूना, कांडा जिला बागेश्वर)
23- दिनेश चंद्र जोशी, रिटायर्ड अधिकारी, A.E.O.(असिस्टेंट एस्टेब्लिसमेंट ऑफिसर), हल्द्वानी

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