हरिद्वार। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उत्तरी हरिद्वार स्थित स्वामी दीप्तानंद अवधूत आश्रम भूपतवाला हरिद्वार में वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इससे पूर्व दिनांक 8 अगस्त को सुबह 9:15 बजे श्री श्री 1008 सतगुरु बंदी छोड़ घीसा संत जी महाराज की अमृतवाणी के अखंड पाठ का शुभारंभ किया गया। जिसका समापन संपूर्ण भोग के साथ 11.08.2022 पूर्णिमा को सुबह 8:15 बजे स्वामी कृष्णानंद जी महाराज संत महापुरुषों व साध संगत की उपस्थिति में हुआ।
इसके उपरांत आश्रम में संत सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें हरिद्वार के तमाम अखाड़ों के संत, महंत और श्रीमहंतो ने हिस्सा लिया।इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में अखिल भारतीय संत समिति उत्तर भारत के प्रभारी स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा की ब्रह्मलीन स्वामी दीप्तानंद महाराज एक महान संत थे और रक्षाबंधन के दिन उन्होंने बहनों से राखी बंधवा कर उनकी रक्षा का प्रण लिया था। आज हम सब को भी उनसे प्रेरणा लेकर अपने अड़ोस पड़ोस में रह रहे निर्धन और गरीब लोगों को बहन बनाकर उनकी रक्षा करनी चाहिए। इस अवसर पर जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव स्वामी देवानंद सरस्वती ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार कोरोना के दो साल बाद रक्षाबंधन और वार्षिक महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है और आश्रम के इस संकल्प और परंपरा को संत समाज भी साधुवाद देता है।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी दीप्तानंद महाराज के बताए हुए पद चिन्हों पर आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज भी चल रहे हैं और सनातन धर्म के लिए अद्भुत कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है। मंच का संचालन भी जूना अखाड़ा राष्ट्रीय सचिव देवानंद सरस्वती द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, महामंडलेश्वर अनंतानंद, महामंडलेश्वर चिदविलासनंद सरस्वती, महामंडलेश्वर जगदीश दास, महंत रघुवीर दास महंत सूरज दास, स्वामी नित्यानंद, महंत आशा भारती आदि उपस्थित थे।आश्रम में हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान से रणधीर सिंह सिहाग, बलराज सहरावत, नफै सिंह, बलबीर सिंह, रणबीर सिंह आदि भक्तों ने पहुंचकर कार्यक्रम का सफल आयोजन कराने में अहम योगदान दिया।