हरिद्वार। पहाड़ों के देवता की रूप में जाने जाने वाले विश्वनाथ जगदीश शीला डोली पहाड़ के लैंसडाउन से उतर कर आज माँ गंगा का स्नान करने धर्म नगरी हरिद्वार के पौराणिक स्थल हरकी पैडी पहुंची।
डोली की अगुवाई उत्तराखंड के पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने की और डोली का स्वागत निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरि महाराज ने गर्मजोशी से किया।
ढोल नगाड़ों की थाप पर सैकड़ो श्रद्धालुओं के साथ बाबा की डोली का हरकी पैडी पर जोरदार स्वागत किया गया और पूरे विधिविधान के साथ बाबा को माँ गंगा में स्नान और पूजन किया गया। इस मौके पर गंगा सभा के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि 23 वीं बार यह डोली यात्रा पर निकली है और यह अगले 30 दिन तक 165 दामों में जाएगी और हमारा उद्देश्य केवल उत्तराखंड में 1000 धाम स्थापित करना है।
साथ ही उन्होंने बताया इस यात्रा का उद्देश्य विश्व शांति, संस्कृति को जीवित रखना और प्रदेश में विकास को गति देना और उत्तराखंड को देवभूमि के रूप में मिली पहचान को यथार्त रूप प्रदान करना है। हरिद्वार से रवाना होकर इस डोली की यात्रा का अंत गंगा दशहरा के दिन टिहरी गढ़वाल के विशॉन पर्वत पर होगा।
विश्वनाथ जगदीश शिला डोली यात्रा हरिद्वार में हर की पौड़ी में माँ गंगा में स्नान करने के बाद यहाँ विश्व विख्यात मनसा देवी मंदिर, दरिद्र भंजन महादेव मंदिर, दक्ष मंदिर, तिल भांडेश्वर मंदिर एवं अन्य मंदिरों का भ्रमण भी करेगी और हरिद्वार से रवाना हो कर उत्तराखंड के सभी जनपदों का भ्रमण करेगी और गंगा दशहरा की पूर्व संध्या पर विशॉन पर्वत पहुंचेगी और गंगा दशहरा का स्नान कर यात्रा संपन्न होगी।
इस यात्रा को करने का मुख्य उद्देश्य विश्व में शांति की स्थापना, देव सस्कृति की रक्षा करना और इसे जीवित रखना और इसके माध्यम से प्रदेश के विकास को गति प्रदान करना भी है।
इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी ने कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी यह कार्य कर रहे हैं वह सराहनीय है और वह सनातन धर्म की सोई हुई अलख जगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस उत्कृष्ट कार्य के लिए हरिद्वार का सन समाज एवं भारत माता मंदिर उनका दिल से अभिनंदन करता है और हमेशा उनका ऐसे कार्यों में साथ देता रहेगा। इस अवसर पर डोली के साथ आए सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।