हरिद्वार। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत्सर 2079 के शुरू होते ही हिंदू नव वर्ष के साथ नवरात्र की भी शुरुआत हो गई थी। इसी के साथ हरिद्वार के उदासीन काष्र्णि नारायण आश्रम में नवरात्र पर 9 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू हुआ जिस का समापन रामनवमी के दिन पूजन के बाद हुआ।
9 दिन तक अनुष्ठान पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ और रमणरेती महावन स्वामी गुरु शरणानंद महाराज ने पूरे भारतवर्ष की जनता के स्वस्थ और दीर्घायु होने की कामना माता से की।
जिसके उपरांत आज दशमी पर्व पर कन्या पूजन हुआ। जिसमें देवी के रूप कहे जाने वाली कन्याओं का विधि विधान के साथ पूजन हुआ और इसकेेे उपरांत माता का भोजन प्रसाद संतों एवं भक्तों को खिलाया गया।
जिसमें हरिद्वार के तमाम अखाड़ों के वरिष्ठ संतो ने स्वामी गुरु शरणानंद महाराज से मुलाकात भी की और आशीर्वाद भी प्राप्त किया और साथ ही भोजन प्रसाद भी ग्रहण किया।
इसके उपरांत शाम को काष्र्णि घाट पर रमणरेती महावन स्वामी गुरु शरणानंद महाराज ने गंगा पूजन एवं भव्य आरती भी की जिसमें महाराज जी ने पूरे भारतवर्ष की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर देश के अन्य राज्यों से आए हुए सैकड़ों की तादाद में भक्तगण मौजूद थे।