ब्रेकिंग : आल इण्डिया ब्राह्मण फैडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारीणी घोषित, उत्तराखंड सरकार से मांग, जल्द गठित हो सवर्ण आयोग

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हरिद्वार। आज हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए ऑल इंडिया ब्राहमण फेडरेशन के महामंत्री पंडित पदम प्रकाश शर्मा ने बताया कि आल इण्डिया ब्राम्हण फैडरेशन देश के विभिन्न राज्यो व केन्द्र शासित प्रदेशो में गठित एवं कार्यरत ब्राम्हण समाज संगठनो की संयुक्त पहल सर्वोच्च संस्था हैं। 1984 में गठित फैडरेशन की पहुंच देशभर में हैं और संगठन प्रतिनिधि सर्व धर्म वर्ग सद्भाव, प्रगति, सौहार्द व समन्वय की भावना के साथ काम कर रहे हैं। फैडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारीणी के वरिष्ठ पदाधिकारी व निर्वाचन अधिकारी श्रीभगवान शर्मा के निर्देशन में हाल ही सम्पन्न निर्वाचन में अग्रणी समाजसेवी डॉ० प्रदीप ज्योति अध्यक्ष , पण्डित पदमप्रकाश शर्मा महामंत्री व एडवोकेट केशवराव कोन्डापल्ली कोषाध्यक्ष निर्वाचित हुए और निवर्तमान अध्यक्ष पण्डित भंवरलाल शर्मा संगठन के मुख्य सलाहकार मनोनित किया गया। फैडरेशन की 121 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारीणी का गठन किया गया हैं जिसमें देश के विभिन्न राज्यो को प्रभावी प्रतिनिधित्व दिया गया हैं। राष्ट्रीय कार्यकारीणी में अध्यक्ष , महामंत्री , कोषाध्यक्ष व मुख्य सलाहकार के अलावा 7 सलाहकार , 5 वरिष्ठ उपाध्यक्ष व क्षेत्रवार प्रभारी , आन्तरिक अंकेक्षण प्रभारी , महिला व युवा प्रकोष्ठ प्रभारी , 18 राज्यवार वरिष्ठ उपाध्यक्ष , 5 अन्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष , 11 महिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष , 3 युवा वरिष्ठ उपाध्यक्ष , सचिव प्रशासन , सचिव मीडिया प्रभारी , संगठन सचिव , आईटी सचिव , कानूनी प्रभार सचिव सहित 15 राज्यवार सचिव , 17 अन्य सचिव , 7 महिला सचिव , 8 युवा सचिव एवं 10 राष्ट्रीय कार्यकारीणी सदस्यो का मनोनयन किया गया हैं । कार्यकारीणी में देश के 22 राज्यो व केन्द्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियो को शामिल किया गया हैंं। कार्यकारीणी विस्तार में अन्य नियुक्तियां व मनोनयन भी होगें।

ब्राह्मणों के साथ हो रहे अत्याचार को देखते हुए उन्होंने उत्तराखंड सरकार से मांग की कि देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सवर्ण आयोग गठित हो। जिससे यहां के ब्राह्मण को उचित न्याय मिल सके।

राष्ट्रीय कार्यकारीणी इस प्रकार है…….

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ . प्रदीप ज्योति एवं महामंत्री पण्डित पदमप्रकाश शर्मा ने बताया कि नवगठित राष्ट्रीय कार्यकारीणी में महामंत्री मोहनप्रकाश शर्मा राजस्थान , सलाहकार मण्डल में रमेशचन्द्र शर्मा पंजाब , देवेन्द्र शर्मा जम्मू कश्मीर , डॉ . के पी पुत्थेरैय्या कर्नाटका , डॉ . श्रीभगवान शर्मा उत्तरप्रदेश , एडवोकेट के सी दवे मध्यप्रदेश , चन्द्रशेखर शर्मा पंजाब एवं पी लक्ष्मीनारायण आन्ध्रप्रदेश को शामिल किया गया हैं । F फैडरेशन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष व क्षेत्रवार प्रभारी एस डी शर्मा राजस्थान को पश्चिम भारत प्रभार शेखर शुक्ला पंजाब को उत्तर भारत प्रभार शिव भगवान पारीक को असम उत्तर पूर्वोत्तर भारत प्रभार , जयकृष्णदास शर्मा उडीसा को पूर्वोत्तर भारत प्रभार एन मालिनी कर्नाटक को दक्षिण भारत प्रभार सौपा गया हैं । फैडरेशन के आन्तरिक अंकेक्षण का दायित्व वाय एन शर्मा को सौपा गया हैं तथा महिला प्रकोष्ठ की जिम्मेदारीणर्मा उत्तराखण्ड को व युवा प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी शैलेश जोशी गई हैं । 2/5 फैडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्षो में वी जगनमोहन शर्मा तेलगांना , एन नारायणन तमीलनाडु , सुरेन्द्रकुमार वशिष्ठ पंजाब , सुरेश कुमार शर्मा हिमाचल प्रदेश के रमण केरल , उदयकुमार चौधरी बिहार , पूनमचन्द्र पारीक सिक्कीम , रमाकांत मुले महाराष्ट्र , श्रद्वा सारगीं उडीसा , प्रदीप मैनन पंजाब , ओ पी शुक्ला चण्डीगढ़ , राजेन्द्र शर्मा उत्तरप्रदेश , मुकेश कोशिक उत्तराखण्ड , अश्विनी शर्मा हरियाणा , अशोक हरनाली कर्नाटका , रधुरम्मैय्या आन्ध्रप्रदेश , हृदयनारायण दीक्षित महाराष्ट्र , वेदप्रकाश शर्मा जम्मू कश्मीर , मनमोहन कालीया पंजाब , एम बी सुब्रम्मयम शर्मा आन्ध्रप्रदेश , एडवोकेट बी दास सोचे महाराष्ट्र , सीवीएल सुब्रम्ययम आन्ध्रप्रदेश , सुब्रम्ययम मोसाद केरला , प्रमोद शर्मा नेपाल को शामिल किया गया हैं । महिला उपाध्यक्ष में अरुणा गौड राजस्थान के एम मंजु शुक्ला यूपी , रेखा चतुर्वेदी महाराष्ट्र , कविता मिश्रा राजस्थान , डी वाणी तेलगांना , ऐ जे सावित्री मौली तेलगांना जे सूर्यकान्ता तेलगांना , डॉ . सुहासिनी आनन्द आन्ध्रप्रदेश , चन्द्रिका त्रिवेदी गुजरात , उमा जयराम तमीलनाडु , डॉ . संध्या शर्मा उत्तराखण्ड को शामिल किया गया हैं । युवा उपाध्यक्ष में एस कामेश आन्ध्रप्रदेश , द्वारकेश उपाध्याय गुजरात व सुनील शर्मा राजस्थान को लिया गया हैं । फैडरेशन सचिव प्रशासन की जिम्मेदारी टी एस जयराम अय्यर केरल एवं सचिव मीडिया की जिम्मेदारी निरंजन द्विवेदी राजस्थान को दी गई हैं । फैडरेशन के सचिव आईटी उत्तरप्रदेश के युधिष्ठिर को संगठन सचिव मध्यप्रदेश के सुरेश द्विवेदी को , सचिव कानूनी मामले पंकज मिश्रा उत्तरप्रदेश को बनाया गया हैं । सचिव पंजाब जितेन्द्र भारद्वाज को , सचिव राजस्थान अश्विनी तिवारी , सचिव तमीलनाडु टीएनजी शंकरन , सचिव गुजरात फाल्गुन बी उपाध्याय , सचिव उडीसा प्रभातकुमार मिश्रा , सचिव बिहार कृष्णमोहन झा , सचिव राजस्थान रमेश ओझा , सचिव आन्ध्रप्रदेश एमएसएन शास्त्री , सचिव कर्नाटका पुष्पावल्ली भट्ट , सचिव तमीलनाडु आर नरसिम्हन , सचिव तेलगांना एन किरण कुमार , सचिव उत्तरप्रदेश उमाधर पाठक , सचिव दिल्ली परमेश्वर पारीक , सचिव उत्तरप्रदेश सुरेन्द्र शर्मा , सचिव जम्मू कश्मीर यशपाल सूदन को राष्ट्रीय कार्यकारीणी में लिया गया हैं । फैडरेशन के सचिव पद पर बी एस विद्यासागर आन्ध्रप्रदेश , लोकेन्द्र शर्मा राजस्थान , राजन एन उन्नी केरल , वी के क्षोत्रीय उत्तरप्रदेश , सी सुरेन्द्र आर शर्मा आन्ध्रप्रदेश , नीलेश वशिष्ठ उत्तरप्रदेश , जयवन्त जी प्ण्डया गुजरात , गजाधर शर्मा राजस्थान , डॉ . नरेशमोहन शर्मा उत्तराखण्ड , टी ध्रुवनारायण शर्मा आन्ध्रप्रदेश , शशिकान्त शर्मा उत्तराखण्ड , अरविन्द शर्मा उत्तराखण्ड , ध्रुव शर्मा दिल्ली , मुकेश दीक्षित यूपी , अजयकान्त शर्मा उत्तराखण्ड राजा मिश्रा उडीसा को नियुक्त किया गया हैं । सचिव महिला के पद पर रिद्दीमा सनाड्य महाराष्ट्र , कुसुम तिवारी राजस्थान , रागीनी रावल गुजरात , गायत्री कुलकर्णी तेलगांना , एस सुचित्रा आन्ध्रप्रदेश , मंजु शर्मा यूपी , डा . अरूणा वशिष्ठ को नियुक्त किया गया हैं। सचिव युवा के रूप में संजीव शर्मा पंजाब , राहुल चतुर्वेदी यूपी , आमिया भूषण बिहार , एस उदयकुमार आन्ध्रप्रदेश , कुलदीप शर्मा राजस्थान , द्वारका शर्मा राजस्थान , राजीवलोचन सारंगी उडीसा , सी प्रसन्नकुमार तेलगांना को कार्यकारीणी में लिया गया हैं। राष्ट्रीय कार्यकारीणी के सदस्यों में उदय मेहता तमीलनाडु , टी एन शर्मा आन्ध्रप्रदेश , ललित मीठालाल त्रिवेदी गुजरात , डी सोमसुन्दर राय आन्ध्रप्रदेश , अभिमनोज मध्यप्रदेश , वी पाण्डुरंगा विठ्ठल आन्ध्रप्रदेश , वी प्रभाकर शर्मा तेलगांना , एच के राजशेखर राव आन्ध्रप्रदेश , टी वरदराजन तमीलनाडु एवं बी सुदर्शन शर्मा आन्ध्रप्रदेश शामिल हैं। कार्यकारीणी में आवश्यकतानुसार विस्तार राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ . प्रदीप ज्योति द्वारा किया जायेगा। महामंत्री पण्डित पदमप्रकाश शर्मा ने बताया कि कोरोना गाईडलाईन के निर्देशो को ध्यान में रखकर फैडरेशन की बैठक शीघ्र आयोजित की जायेगी जिसमें प्रस्तावित भावी कार्यक्रम व योजनाओ के बारे में विचार विमर्श किया जायेगा । ब्राम्हण फैडरेशन की उपलब्धिया व कार्य योजनाएं … अध्यक्ष डॉ . प्रदीप ज्योति एवं महामंत्री पदमप्रकाश शर्मा ने बताया कि सभी की सामूहिक प्रगति व वसुधैव कुटुम्बकम की भावना का संचार करते हुए फैडरेशन ने ब्राम्हण समाज प्रतिनिधियों के हितार्थ एवं समाजजनों की आवश्यकताओ के मद्देनजर कई मुद्दों को समय समय पर विभिन्न मंचो पर उठाकर महत्वपूर्ण उपलब्धिया दर्ज की हैं ।

आर्थिक आधार पर आरक्षण के लिये चले अभियान के बाद केन्द्र सरकार ने यह व्यवस्था कायम की जिसमें फैडरेशन प्रतिनिधियो की महत्वपूर्ण भूमिका रही । इसी तरह फैडरेशन प्रतिनिधियों के प्रयासो से कई राज्यो में ब्राम्हण वेलफेयर बोर्ड / कोरपोरेशन / निगम का गठन हुआ और समाजजनो के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय हुए हैं। फैडरेशन ने देशभर की राज्य इकाईयो को एकजुट कर एक झण्डे के तले समाजजनो को इकत्र किया और फैडरेशन समाजजनो की संयुक्त आवाज का माध्यम बना हैं। फैडरेशन के प्रतिनिधियो प्रदेश इकाईयो के प्रतिनिधियों ने कोरोना संकट के दौरान पात्र व जरूरतमन्दों को सहयोग समेत राष्ट्रहित से जुड़े हर मामले में अपनी प्रतिबद्वता राष्ट्रहित में कायम रखी हैं और समाजजन देश के साथ देशहित में एकजुट हुए हैं । समाजजनो ने कोरोना संकट में हर जाति धर्म वर्ग के जरूरतमन्द लोगो को मदद का हाथ बढाकर संगठन के सर्वधर्म वर्ग हिताय के लक्ष्य को पूरा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया हैं । महामंत्री शर्मा ने बताया कि ब्राम्हण प्रतिनिधियो के बारे में मीडिया के माध्यम से अर्नगल , भ्रामक , तर्कहीन और आपसी वैमनस्य बढाने वाले मेसेज / सूचनाओ पर फैडरेशन ने आपत्ति दर्ज करवाई और ऐसे प्रकरणो को लेकर ठोस कार्यवाही हेतु सक्षम मंच पर अपनी बात रखी हैं । अध्यक्ष डॉ . प्रदीप ज्योति एवं महामंत्री पदमप्रकाश शर्मा ने बताया कि फैडरेशन के प्रमुख उद्देश्यों में देश में सद्भाव , सहयोग , समभाव , समन्वय की भावना का संचार करने केन्द्रित गतिविधियो व कार्यक्रमों का संचालन करना और हमारे देश की साहित्यिक , सांस्कृतिक , पौराणिक धरोहरो का ज्ञान देश की भावी पीढ़ि को देना और सभी का आदर करते हुए सामूहिक प्रगति के मार्ग पर चलने का संदेश प्रसारित करना । इसी तरह फैडरेशन के लक्ष्य और उद्देश्यो में दिल्ली में ब्राम्हण भवन के निर्माण की प्रक्रिया को पूर्ण करवाना , तीर्थनगरी हरिद्वार में समाजजनों के लिये धर्मशाला भवन का निर्माण करवाना , राष्ट्रस्तर पर ब्राम्हण वैलफेयर बोर्ड का गठन करवाना व जिन राज्यो में बोर्ड का गठन नही हुआ हैं वंहा पर इसके गठन का प्रयास करना हैं। इसी तरह शिक्षा , रोजगार , स्वास्थ्य आदि क्षेत्रो में ब्राम्हण समुदाय के बच्चो को प्रोत्साहन व राहत दिलवाने का प्रयास करना । समाजजनो को राहत दिलवाने का प्रयास करना सभी राज्यो में फैडरेशन के लिये प्रादेशिक मुख्यालय बाबत जमीन का आंवटन करवा कर समन्वय केन्द्र स्थापित करना । समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगो को राहत देने और समाज में सहयोग भाव का संचार करते सामूहिक विवाह , यज्ञोपवित आदि गतिविधियो के आयोजन को प्रोत्साहन देना आदि कार्य प्राथमिकता में हैं।

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