हरिद्वार में धूमधाम से मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव, कहीं निकली शोभायात्रा, तो कहीं हुआ हवन, कहीं भंडारे का हुआ आयोजन

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हरिद्वार, 24 अप्रैल 2024। धर्मानगर हरिद्वार में हनुमान जन्मोत्सव की जगह-जगह धूम रही। बजरंगबली के जयकारों से धर्म नगरी गूंज उठी, मठ मंदिरों में हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया और दिनभर धर्म नगरी में भंडारे का आयोजन हुआ।

गीता विज्ञान गौशाला में गायत्री महायज्ञ का आयोजन

 

निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर विज्ञानानंद सरस्वती ने हनुमान जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान कलियुग में भगवान श्रीरामचंद्र जी के सच्चे भक्त एवं सेवक श्री हनुमान जी है और वह सदैव से रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हम अधिकांश संत-महापुरुष अपने धार्मिक आयोजन करते हैं लेकिन इन आयोजनों में भी श्री हनुमान जैसे रामभक्त सेवक कोई और नहीं मिल पाता है। श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के वयोवृद्ध म.मं. श्रीस्वामी विज्ञानानंद सरस्वती ने श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा कि धर्म और निष्ठा के मार्ग पर चलकर जिस तरह से हनुमान जी ने अपनी शक्ति, बल और बुद्धि का प्रयोग समय के अनुरूप किया, इससे हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिये मनुष्य रूपी जीवन में अगर प्रत्येक प्राणी हनुमान जी की तरह निस्वार्थ भाव से सत्य, निष्ठा के साथ मानव समाज के लिए कार्य करता है तो वह भारतीय संस्कृति में बहुत बड़ा योगदान होगा। जगजीतपुर स्थित गीता विज्ञान गौशाला में महामंडलेश्वर विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि भगवान हनुमान कलयुग में भी जीवित है और संकटों को हरने वाले हैं। हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर गीता विज्ञान गौशाला में गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी किया गया।

श्री बालाजी धाम में धूमधाम से मनायी गयी हनुमान जयंती

श्यामपुर कांगड़ी गाजीवाली स्थित श्री बालाजी धाम में हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज के संयोजन में हनुमान जयंती का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भव्य शोभयात्र का आयोजन भी किया गया। श्री बालाजी धाम से शुरू हुई भव्य झांकियों व बैण्डबाजों से सुसज्जित शोभायात्रा भ्रमण के पश्चात वापस श्री बालाजी धाम पर पहुंचकर संपन्न हुई।

 

श्रद्धालु भक्तों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा का शुभांरभ महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने पूजा अर्चना और नारियल फोड़कर किया। इस दौरान सभी को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान हनुमान आसुरी शक्तियों का नाश कर भक्तों को अभय प्रदान करते हैं। प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त बजरंग बली हनुमान जन-जन के आराध्य हैं।

हनुमान जी बल, बुद्धि और विवेक के प्रतीक तथा आदर्श मित्र हैं। राम काज के लिए धराधाम पर अवतरित हुए हनुमान जी कलयुग में राम भक्तों की रक्षा कर उन्हें सुख समृद्धि प्रदान करते हैं। महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने कहा कि अष्ट सिद्धि और नव निधि के दाता हनुमान जी की आराधना से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं। मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। पवन देव और माता अंजनी के पुत्र हनुमान जी की कृपा से समस्त ग्रह दोष भी दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि हनुमान जी कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों को माता सीता और प्रभु श्रीराम की पूजा आराधना भी अवश्य करनी चाहिए। अपने आराध्य श्रीराम और माता जानकी की पूजा अर्चना करने से हनुमान जी बेहद प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी संकट हर लेते हैं। स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने कहा कि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संस्कारों को जानना समझना चाहिए। पाश्चात्य संस्कृति के स्थान पर सनातन धर्म संस्कृति को अपनाएं। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी यतिन्द्रानंद, योगी श्रद्धानाथ, स्वामी राज चेतन, स्वामी गंगानंद, स्वामी ओमानंद, पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्र मोगा, नारायण शर्मा, रितु शर्मा, लक्ष्मी शर्मा, दीपाशा शर्मा, वैभव शर्मा, पर्वतीय संगठन के राजेश जोशी, सुमन शर्मा, पंडित हीरा वल्लभ पंत, पंडित गोपाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल रहे।

प्राचीन हनुमान मंदिर में धूमधाम से मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव

हरिद्वार के हनुमान घाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। अखिल भारतीय खड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी के सानिध्य में बजरंग बली की विशेष आरती की गयी। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

सभी को हनुमान जयंती की बधाई देते हुए श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि भगवान हनुमान भक्तों को बल, बुद्धि ओर विद्या प्रदान करते हैं। नियमित रूप से और पूर्ण विधि विधान से बजरंग बली की आराधना करने वाले भक्तों के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। अंर्तमन में व्याप्त अज्ञान रूपी अधंकार दूर हो जाता है।

सात्विक विचारों का उदय होता है। जिससे प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होती है। पूजा अर्चना के उपरांत श्रद्धालु भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर महेंद्र अभी पूरी ने सबका स्वागत सत्कार किया और सभी आए श्रद्धालुओं को हनुमान जन्म उत्सव का भोजन प्रसाद ग्रहण करवाया। इससे पूर्व सोमवार को नगर में हनुमान जी की पालकी यात्रा भी निकाली गई।

जो विष्णु घाट, रामघाट होते हुए हर की पौड़ी पहुंची और वहां से अपर रोड, मोती बाजार होते हुए पालकी यात्रा का समापन हनुमान घाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में हुआ। जिसमें बैंड बाजा की धुन पर श्रद्धालु नाचते गाते पालकी यात्रा में शामिल हुए और जगह-जगह व्यापारियों ने यात्रा का फूल माला से स्वागत कर भगवान हनुमान से आशीर्वाद लिया।

हनुमान जन्मोत्सव पर 2100 किलो लड्डू का लगाया गया भोग

जगजीतपुर राज विहार कॉलोनी में स्थित श्री बालाजी धाम सिद्धबलि हनुमान – नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में श्री हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सोमवार को अखंड रामायण पाठ और रामायण शोभायात्रा उपरांत मंगलवार पूर्णाहुति हवन पूजन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया। 2100 किलो लड्डू का भोग लगाया गया। जन्मोत्सव पर बड़ी तादात में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने सभी को हनुमान जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते कहा कि हनुमान जी संकट में भक्तों की सदैव रक्षा करते हैं। विशिष्ट अतिथि रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि हनुमान जी दुष्टों का संहार करने के साथ ही भक्तों की रक्षा करते हैं। स्वामी आलोक गिरी महाराज ने कहा कि कलयुग में राम भक्त हनुमान की आराधना परम कल्याणकारी है। निवर्तमान महापौर अनिता शर्मा ने कहा कि हनुमान की शरण में जाने वाले भक्त को किसी प्रकार का संकट नहीं घेरता है।

इस अवसर पर पुजारी बाबा मनकामेश्वर गिरी महाराज, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, निवर्तमान पार्षद नागेंद्र राणा, अंकुर शुक्ला, संजीव राणा, राहुल शर्मा, संदीप प्रधान, आशीष पंत, प्रांजल शर्मा, विशाल शर्मा, अंकुर बिष्ट, नितेश चौधरी, हरीश चौधरी, प्रद्युम्न सिंह के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

श्री प्राचीन सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में आयोजित हुआ हवन

हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हर की पौड़ी स्थित श्री प्राचीन सिद्दीपेट हनुमान मंदिर में विशेष पूजा अर्चना, हवन व भंडारे का आयोजन किया गया। महाबलेश्वर गंगेश्वर आनंद महाराज के सानिध्य में महंत राजकुमार दास ने कार्यक्रम आयोजन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त और संतजन शामिल हुए। श्रद्धालु भक्तों ने आश्रम में स्थित पौराणिक हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर मंगलकामना की।

संत सम्मेलन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महंत राजकुमार दास ने कहा कि सनातन धर्म में राम भक्त बजरंग बली को सात चिरंजीवियों में एक माना जाता है। हनुमान जी कलयुग में भी जीवित हैं। बल बुद्धि और विद्या देने वाले हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। उन्होने कहा कि सभी को पूर्ण विधि विधान से हनुमान जी की आराधना और पूजन करना चाहिए।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर परमात्म देव, महामंडलेश्वर विष्णु दास महाराज, महंत सूरज दास, नारायण दास पटवारी, महंत रघुवीर दास, महंत कामेश्वर पुरी, महंत बिहारी शरण, महंत अंकित शरण आदि मौजूद रहे।

हनुमान जन्मोत्सव पर जूना अखाड़े के संतों ने निकाली शोभायात्रा

हनुमान जन्मोत्सव के पर्व पर श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के दुख हरण हनुमान मंदिर में पवन पुत्र हनुमान की विशेष पंचरात्र पूजा अर्चना की गई तथा नया चोला चढ़ा कर अभिषेक किया गया। इससे पूर्व जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती, श्रीमहंत पूर्ण गिरी, श्रीमहंत पशुपति गिरी, कोठारी महंत महाकाल गिरी, महंत गोविंद गिरी, महंत धीरेंद्र पुरी, महंत ग्वालापुरी, महंत रतन गिरी आदि के संयोजन में नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

बैंड बाजों तथा सुंदर झांकियों के साथ शोभायात्रा में हरियाणा पंजाब के अतिरिक्त सैकड़ो स्थानीय श्रद्धालुओं ने भाग लिया। हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री दुख हरण हनुमान मंदिर में गत दो दिनों से चल रहे सुंदरकांड का समापन किया गया तथा विशिष्ट यज्ञ किया गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज तथा दुख हरण हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत आनंद गिरि के संयोजन में एक विशाल संत सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जूना अखाड़े के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमहंत केदारपुरी महाराज की अध्यक्षता तथा राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत देवानंद सरस्वती के संचालन में महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने हनुमान जन्मोत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा आज हनुमान जी का प्रकट उत्सव है। उन्होंने कहा कि पौराणिक कथाओं में वर्णन है कि हनुमान जी ने बाल्यावस्था में सूर्य को फल समझकर निगल लिया था। सूर्य को मुक्त करने के लिए इंद्र ने वज्र से प्रहार कर हनुमान जी के मुख से सूर्य को मुक्त कराया था। हनुमान जी के निर्जीव होने पर उनके पिता पवन देवता ने वायु संचार बंद कर दिया। पवन देवता को शांत करने के लिए ब्रह्मा जी ने हनुमान जी को जीवनदान दिया। इसी कारण चैत्र माह की पूर्णिमा को हनुमान जी के प्रकटोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पीठाधीश्वर श्रीमहंत आनंद गिरि महाराज ने बताया कि दुख हरण हनुमान मंदिर पौराणिक तीर्थ है। जो कि ललित तीर्थ पर बसा हुआ है। महाभारत काल के अनुशासन पर्व में उल्लेख है कि इसी ललित तीर्थ पर शांतनु का मां गंगा से मिलन हुआ था तथा स्वर्ग के शापित आठ वसुओं का जन्म मां गंगा की कोख से यहीं पर हुआ था। इन आठों वसुओं को इसी तट पर मां गंगा ने अपनी धारा में प्रवाहित कर शाप मुक्त किया था। प्रसिद्ध चीनी यात्री हुएन सॉन्ग ने भी छठी शताब्दी में की गई अपनी यात्रा वृतांत में इसका उल्लेख किया है। इस अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

मोनी मंदिर आश्रम में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न

हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित मोनी मंदिर आश्रम में जीर्णोद्धार के कार्य के साथ-साथ भव्य हनुमान मंदिर बनकर तैयार हो गया।

मंगलवार यानी हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर आश्रम के पुजारी और अन्य श्रद्धालुओं की उपस्थिति में भगवान हनुमान और खाटू श्याम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई।

अब मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को भव्य मूर्ति के दर्शन होंगे।

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