हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार में महाविद्यालय खोले जाने की मांग कोई नया चर्चा का विषय नहीं है। यह मांग उत्तरी हरिद्वार की जनता पिछले कई वर्षों से करती आ रही है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि उत्तरी हरिद्वार को ना ही महाविद्यालय मिला और ना ही चिकित्सा के रूप में अस्पताल। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक तो भाजपा भी अपने किए गए वादों को पूरा करने में जुटी हुई है। लेकिन ये ही जल्दबाजी करना भाजपा को भारी पड़ गया जब एक वायरल वीडियो में कमल दास कुटिया के महाराज ओम प्रकाश शास्त्री ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर यह आरोप लगाते हुए इस बात का खंडन कर दिया कि उन्होंने कोई भी कमरा महाविद्यालय को खोलने के लिए नहीं दिया है अथवा आश्रम के कई केस हाईकोर्ट में विचाराधीन है और इस पर किसी भी निर्णय लेने पर स्टे लगा हुआ है। और मैं एक आश्रम के मालिक के तौर पर खुद निर्णय नहीं ले सकता इसलिए यहां ट्रस्ट का गठन किया गया है।
गौरतलब है कि विगत दिनों भाजपा पार्षद अनिरुद्ध भाटी और उनके कुछ साथी एसडीएम के साथ आश्रम में पहुंचे थे और उसके बाद उन्होंने एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला था कि उत्तरी हरिद्वार में अस्थाई महाविद्यालय खोला जा रहा है जिसके बाद आश्रम के मालिक ने खुद सामने आकर इस बात का खंडन किया।
और उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर कई आरोप लगा दिए और कहां कि अगर यह मेरे साथ जबरदस्ती करते हैं तो मैं इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करूंगा और हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊगां।
उत्तराखंड में चुनाव नजदीक हैं और राजनीतिज्ञ यह बता रहे हैं कि यह मामला भाजपा के लिए उल्टा पड़ सकता है। हाल ही में कोविड काल के दौरान हरिद्वार के व्यापारियों और ट्रैवल्स मालिकों में भी भाजपा के प्रति रोष देखा गया था।