हरिद्वार 1 सितंबर 2025। उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री विश्नोई आश्रम भीमगोड़ा के ब्रह्मलीन परमाध्यक्ष स्वामी राजेन्द्रानन्द महाराज को तेरह अखाड़ों के संतो महंतो महामण्डलेश्वरों एवं देश भर से पधारे विश्नोई समाज के गणमान्य लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत राजेंद्रानंद महाराज के शिष्य स्वामी प्रणवानंद महाराज को तेरह अखाड़ों के संतो महंतो एवं महामण्डलेश्वरों ने तिलक चादर विधि की।इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत स्वामी राजेंद्रानन्द महाराज का समूचा जीवन गौ गंगा गीता और विश्नोई समाज को समर्पित रहा, उन्होंने कहा कि संतो का जीवन समाज कल्याण के लिए होता है महंत राजेन्द्रानंद महाराज ने विश्नोई समाज को धर्म के मार्ग पर चलाकर सनातन धर्म संस्कृति को संरक्षित करने का काम किया।
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति को मजबूत करने में ब्रह्मलीन महंत राजेंद्रानंद महाराज ने अपना समूचा जीवन समर्पित किया उन्होंने जीवन पर्यंत गौ माता की सेवा की ओर विश्नोई समाज को सनातन धर्म संस्कृति के प्रति जागरूक किया।
श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर भगवतस्वरूप महाराज ने एवं संचालन महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने किया।अध्यक्षीय संबोधन में महामंडलेश्वर भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि महंत राजेंद्रानन्द महाराज सरलता की प्रतिमूर्ति थे, उन्होंने जीवन भर समाज हित में कार्य किए। सांसद सोनीपत सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत राजेंद्रानंद महाराज ने देश के विश्नोई समाज को एकजुट करके धर्म के मार्ग पर चलाया ओर पर्यावरण और जीव संरक्षण का पाठ पढ़ाया, नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि महंत राजेंद्रानन्द महाराज बड़े दयालु कृपालु प्रवृति के संत थे।
महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि महंत राजेंद्रानन्द महाराज ने गौ सेवा करने में अहम भूमिका निभा कर समाज को गौ माता के प्रति समर्पण की भावना लोगों में जागृत की। श्री विश्नोई आश्रम भीमगोड़ा के नवनियुक्त परमाध्यक्ष महंत स्वामी प्रणवानंद महाराज ने कहा कि गुरुदेव के बताए मार्ग पर चलकर गौ गंगा गीता देश और समाज की सेवा को समर्पित भाव से किया जाएगा और गुरुदेव के प्रकल्पों को बढ़ाने का काम किया जाएगा और देश के विश्नोई समाज को सनातन धर्म संस्कृति को मजबूत करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी चिंदविलाशानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर अनंतानंद, महामंडलेश्वर हरिभलव शास्त्री, महंत रघुवीर दास, महामंडलेश्वर आत्म प्रकाशानंद यति, आचार्य हरिहरानंद, महंत मुकेशानंद, महंत विवेकानंद, महंत सूरजदास,महंत नारायण पटवारी, महंत आलोक गिरि, महंत विनोद महाराज, महंत मोहनदास, महंत शुभम् गिरि, महंत कृष्णदेव, महंत जगदीश सिंह,पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, हुक्कम राम विश्नोई, सलिल विश्नोई, जिला पंचायत अध्यक्ष शैफाली सिंह,पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा भजनलाल के पौत्र विधायक भव्य विश्नोई, पूर्व विधायक बिहारी लाल विश्नोई, विधायक रणधीर परिहार, डा सीमा, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, मेयर किरण जैसल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शोक संदेश श्रद्धांजलि अर्पित की।
ब्रह्मलीन महंत स्वामी राजेंद्रानन्द महाराज के शिष्य स्वामी जयानंद महाराज, स्वामी गोविंद शरणानंद, स्वामी अमृतानंद,स्वामी रमतानंद, राघवानंद, प्रभुतानंद, नरेशानंद, जगदेवानंद, विश्वंभरानन्द, स्वामीसर्वानंद, गोविंदशरणानंद, विश्वात्मानंद, गजानंद, सागरानंद, शतानंद, डॉ सचिदानंद आचार्य, पप्पूराम डारा ने संतो महंतो महामण्डलेश्वरों का स्वागत किया।
