उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को नई उड़ान, मुख्यमंत्री धामी ने 220 चिकित्सा अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र

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देहरादून, 19 अगस्त, 2025। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में आयोजित उत्तराखंड चिकित्सा स्वास्थ्य सशक्तिकरण अभियान के तहत 220 नव नियुक्त चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे केवल डॉक्टर ही नहीं, बल्कि देवभूमि के आरोग्य प्रहरी भी हैं।

कवि गुमानी पंत की पंक्तियों, “प्रथम देह को जतन कर लो, फिर साधना होगी”, का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सक अपने ज्ञान और कौशल से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें। उन्होंने सेवाभाव, समर्पण और मधुर व्यवहार को चिकित्सा सेवा का मूल मंत्र बताया।

 

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश के 11 लाख से अधिक मरीजों को 21 करोड़ से अधिक की कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा दी जा चुकी है। श्रीनगर में कार्डियो और न्यूरोलॉजी, हल्द्वानी में कैंसर उपचार जैसी उन्नत सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आपात स्थिति में हेली सेवा का जिक्र करते हुए उन्होंने धराली आपदा में इसके महत्व को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, स्वास्थ्य केंद्रों के आधुनिकीकरण, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और टेलीमेडिसिन जैसी योजनाओं से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को नया आयाम मिला है। सरकार का लक्ष्य प्रत्येक जनपद में मेडिकल कॉलेज स्थापित करना है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि शीघ्र ही और चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व सपोर्टिंग कर्मियों की भर्ती की जाएगी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रदेश के 220 स्थानों पर ब्लड डोनेशन कैंप और प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सपोर्टिंग स्टाफ की अधिक उपलब्धता से चिकित्सक दूरस्थ क्षेत्रों में भी सेवाएं देने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि ईश्वर के बाद सबसे अधिक सम्मान चिकित्सक को मिलता है, इसलिए उन्हें जनता के विश्वास को और मजबूत करना होगा।

इस मौके पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, राजकुमार पोरी, सरिता कपूर, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य सुनीता टम्टा सहित अनेक अधिकारी और चिकित्सक उपस्थित रहे।