केदारनाथ उपचुनाव में जीती बीजेपी, महाराष्ट्र में भी NDA का दबदबा कायम, झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत

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केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव से बड़ी खबर सामने आ रही है, केदारनाथ में भाजपा का दबदबा एक बार फिर कायम हो गया है। शैला रानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ विधानसभा में हुए उपचुनाव में भाजपा ने 5000 से अधिक मतों से जीत हासिल कर ली है। दो बार की विधायक रही आशा नौटियाल एक बार फिर केदारनाथ विधानसभा से विधायक बन गई हैं और निर्दलीय प्रत्याशी रहे पत्रकार त्रिभुवन चौहान ने सबको हैरान कर दिया है, 9000 से अधिक वोट लेकर कह सकते हैं, कि उन्होंने कांग्रेस को इस चुनाव में करारा झटका दिया है। यह भी कहां जा रहा है कि बॉबी पंवार के केदारनाथ चुनाव में त्रिभुवन चौहान के साथ आने के बाद युवाओं ने त्रिभुवन को वोट किया है। गौरतलब है कि केदारनाथ उपचुनाव बद्रीनाथ और मंगलौर उपचुनाव के बाद हो रहा था, जिसमें भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं केदारनाथ मंदिर को दिल्ली में बनाने का मामला भी बेहद सुर्खियों में रहा। जिसके बाद सीएम धामी को बैक फुट पर आना पड़ा था। लेकिन सीएम धामी एक स्टार प्रचारक के तौर पर केदारनाथ चुनाव में ताबड़तोड़ प्रचार और रैलियां करते हुए नजर आए और कई कैबिनेट मंत्रियों ने भी वहां पर डेरा डाला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पार्टी में अपना सिक्का चमकाने में एक बार फिर कामयाब हुए हैं।

कितने वोट से जीती भाजपा!

भाजपा ने 5,623 वोटों के अंतर से जीत केदारनाथ उपचुनाव में जीत दर्ज की है। केदारघाटी की जनता ने आशा नौटियाल पर विश्वास जताया, और भाजपा की जीत का परचम लहराया। 13वें राउंड के बाद, भाजपा ने 23,814 वोटों के साथ विजय प्राप्त की, जबकि कांग्रेस के मनोज रावत को केवल 18191 और निर्दलीय त्रिभुवन को 9,303 वोट मिले।

  • आशा नौटियाल (भाजपा प्रत्याशी)

सीएम धामी बोले विकास, राष्ट्रवाद और सनातन की जीत

मीडिया से बातचीत में केदारनाथ की जनता का आभार व्यक्त करते हुए सीएम धामी ने जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि, यह जीत विकास, राष्ट्रवाद और सनातन की जीत है और हम सब मिलकर केदारनाथ में तेजी से विकास करने का काम करेंगे।

  • त्रिभुवन चौहान (निर्दलीय प्रत्याशी)

महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में मुक्ति मोर्चा बनाने जा रहे सरकार

महाराष्ट्र में भाजपा या कहे एनडीए दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाने की और बढ़ रहा है। इसे भाजपा के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण जीत माना जा रहा है। एकनाथ शिंदे पर महाराष्ट्र की जनता ने भरोसा जताया है और लाडली बहना योजना को इस चुनाव में भाजपा की जीत का मुख्य कारण माना जा रहा है। 288 सीट वाली विधानसभा में भाजपा लगभग 225 सीटों पर आगे है। भाजपा की जीत से महा विकास अगड़ी या कहें उद्धव ठाकरे, शरद पवार की करारी हार हुई है और राहुल गांधी को एक बार फिर सोचना होगा कि आखिर कैसे लगातार तीसरा चुनाव में भाजपा को महाराष्ट्र में जीत हासिल हुई है।

झारखंड की बात कर तो 81 सीटों वाली विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा या कहें इंडिया गठबंधन 51 सीटों पर आगे है और सरकार बनाने की तरफ बढ़ चुका है। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद लोगों का उनसे भावनात्मक जुड़ाव इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा की जीत का मुख्य कारण माना जा रहा है।

यूपी में योगी का जलवा

उत्तर प्रदेश उपचुनाव से पहले योगी के बाटेंगे तो काटेंगे बयान कि देश में काफी चर्चा हुई और यूपी उपचुनाव में भाजपा 9 में से 7 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं समाजवादी पार्टी दो सीटों पर आगे हैं, एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव जीतकर अपना जलवा कायम रखा है।

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