हरिद्वार में ड्रग इंस्पेक्टर और स्वास्थ्य विभाग की करवाई से मची अफरातफरी, दो अस्पताल सील, 6 मेडिकल स्टोर पर जड़े ताले।

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हरिद्वार 1 अक्टूबर 2024। हरिद्वार के सिडकुल में ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की, इस दौरान दुकान संचालकों में हड़कंप मच गया और कुछ संचालक दुकान बंद कर फरार हो गए। छापेमारी में 12 दवा की दुकानों पर जांच की गई तो आधी ही दुकानों पर फार्मासिस्ट मिले और अन्य पर फार्मासिस्ट की जगह दूसरे व्यक्ति बैठे मिले और अनियमितता भी पाई गई। ड्रग इंस्पेक्टर ने छह मेडिकल स्टोरों को बंद कराते हुए ताले लगाकर चाबी कब्जे में ले ली। साथ ही सभी को नियमों का पालन करते हुए दुकानें खोलने के निर्देश दिए गए।

ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भंडारी ने बताया कि रोशनाबाद, सूर्यनगर, नवोदय नगर सहित आसपास के इलाकों में दवा दुकानों पर एक्सपायरी डेट और प्रतिबंधित दवा बेचे जाने की शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद सोमवार की शाम उन्होंने टीम के साथ दवा दुकानों पर छापा मारा। उन्हें देखते ही अधिकांश दुकान संचालक दुकानों के शटर बंद कर भाग निकले। मौके पर खुली मिलीं 12 दुकानों पर छापा मारते हुए जांच की गई।

भारती ने बताया कि छह दुकानों पर फार्मासिस्ट नहीं मिले, उनकी जगह दूसरे लोग बैठे हुए थे। साफ-सफाई की व्यवस्था बदहाल थी। कई अपने लाइसेंस भी नहीं दिखा सके, इसके बाद सभी छह स्टोर बंद कराते हुए उन पर ताले लगा दिए गए। बताया कि सभी मेडिकल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि एक्सपायरी डेट की दवाओं के लिए अलग से बॉक्स बनाएं ग्राहकों को दवाई देने से पहले उसकी तारीख जरूर दिखाएं। कोई भी क्लीनिक न संचालित करें। अगर किसी दवा दुकान पर क्लीनिक चलता मिला तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर रुड़की में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लंढौरा में एक दर्जन से अधिक निजी अस्पतालों में छापा मारा। इस दौरान दो अस्पतालों में न ही चिकित्सक मिले और न ही स्टाफ। इस पर टीम ने दोनों अस्पतालों को सील कर दिया और 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगा दिया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से निजी अस्पताल संचालकों में अफरातफरी मची रही।

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