पंजाब, यूपी से जुड़े हैं डेरा प्रमुख की हत्या के तार, पांच पर मुकदमा दर्ज, डीजीपी ने किया निरीक्षण, आखिर कहां हुई सुरक्षा में चूक?

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उधम सिंह नगर 29 मार्च 2024। बीते वीरवार को उधम सिंह नगर जनपद के नानकमत्ता गुरुद्वारे में बैठे डेरा प्रमुख तरसेम सिंह पर घात लगाए बाइक स्वरों ने सुबह 315 बोर की रायफल से दो फायर करे और मौके से मोटर साइकिल में फरार हो गये। गोली लगने से बाबा तरसेम सिंह वहीं मौके पर घायल होकर गिर गये।

जिनको उनके सेवादारों द्वारा उपचार हेतु तुरन्त पंचरतन अस्पताल, नानकमत्ता ले जाया गया। जहाँ ड़ाक्टर द्वारा उनकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेन्टर रेफर किया गया। जिस पर सेवादारो द्वारा बाबा को स्वास्तिक अस्पताल, खटीमा ले जाया गया।

जिनकी वहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। घटना के बाद से ही इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और सरकार से लेकर खुफिया एजेंसी तथा पुलिस मामले की जांच कर रही है। वही सवाल उधम सिंह नगर पुलिस पर भी खड़े हो रहे हैं क्योंकि डेरा प्रमुख तरसेम सिंह ने कुछ दिन पूर्व ही अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी जिसको पुलिस की चूक माना जा रहा है।

वीरवार को जहां सीएम धामी ने नानकमत्ता गुरुद्वारा पहुंचकर डेरा प्रमुख तरसेम सिंह को श्रद्धांजलि दी, तो वहीं उन्होंने घटना की जानकारी मिली इसी क्रम में आज यानी शुक्रवार को डीजीपी अभिनव कुमार भी उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा पहुंचे और उन्होंने निरीक्षण के दौरान सभी एंगल से घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया।

डीजीपी द्वारा घटना के वक्त डेरे में मौजूद कार सेवकों से घटना की जानकारी प्राप्त की गई व उनको सांत्वना दी गई। इसके बाद डीजीपी द्वारा थाना नानकमत्ता में जनपद के अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गई। गोष्ठी के माध्यम से द्वारा आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का जल्द खुलासा करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिए।

इस मामले से जुड़ा एक और बड़ा अपडेट सामने आ रहा है, जांच में जुटी एसआईटी की टीम ने सर्वजीत सिंह पिता स्वरूप सिंह निवासी मियाविंड, शहर

तरन तारन, तरनतारन, पंजाब, अमरजीत सिंह पुत्र

सुरेन्दर सिंह निवासी सिहौरा, बिलासपुर, रामपुर, उत्तर प्रदेश,

प्रीतम सिंह सिंधु पुत्र लाल सिंह निवासी खेमपुर, गदर पुर, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड, हरवंश सिंह चुघ पुत्र रंजीत

सिंह चुघ निवासी गदरपुर, गदर पुर, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड,

बाबा अनूप सिंह पुत्र राम सिंह नवाबगंज, बिलासपुर, रामपुर,

उत्तर प्रदेश पर मुकदमा दर्ज करवाया है। वही जल्द ही इन आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

कैसे हुई इतनी बड़ी चूक?

उत्तराखंड जैसे शांत प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, चाहे बात साइबर क्राइम की हो या अन्य क्राइम की, वहीं उधम सिंह नगर की इस सनसनीखेज घटना ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

आखिर उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक नानकमत्ता गुरुद्वारा में सरेआम इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर बाइक सवार कैसे फरार हो गए? क्या खुफिया एजेंसी को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी और यदि थी तो फिर पुलिस या प्रशासन द्वारा इस पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया? ऐसे तमाम सवाल है जो डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या के बाद खड़े हो रहे हैं।

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