हरिद्वार। आज कश्यप भवन निकट ऋषि कुल मैदान में एक सभा आयोजित हुई जिसमें घायल बिजेंद्र कुमार पुत्र हरफूल सिंह निवासी ग्राम अजीतपुर ने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया और गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने बताया मैं अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ 15 अक्टूबर को राज पैलेस शादी में जा रहा था की अचानक तीन लड़के दारू की बोतल हाथ मैं लिये गाड़ी की और आये जिन्हे देख मेरे बेटे ने पहले ही गाड़ी साइड मे रोक ली। तभी ये लोग गाड़ी की खिड़की पर आकर गाली गलोच करते हुए मेरे बेटे को गाड़ी से बाहर निकाल लिया और उसके सर पर शराब की बोतल से जानलेवा हमला कर दिया। जिसमे मेरा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया उसके बाद इन लड़को ने और लड़को को बुला लिया और ये सभी लड़को ने भी मारपीट की और ये लोग इस पर भी नहीं रुके और मेरे और पत्नी और छोटे बेटे के साथ भी मारपीट करते हुए लूट की गई और छोटे बेटे का हाथ भी तोड़ दिया, उसी वक्त अपनी पत्नी बबीता के साथ मेरे बड़े भाई नरेन्द्र राज पैलेस से स्कूटी पर वापस घर लौट रहे थे जैसे ही वह जगजीतपुर पेट्रोल पम्प के पास मोड़ पर पहुंचे तो अपने छोटे भाई की गाड़ी खड़ी देख और भीड़ देखी तों वह रुक गए तो देखा कि छोटा भाई बिजेंद्र और उसके बच्चों के सर से खून बह रहा है। यह देख वह भी बिच बचाव करने लगा तभी उनके ऊपर भी एक नोकिली चीज से वार करदिया जिसमे उनकी एक आँख फुट गयी।
ये लोग हम पर जान से मरने की नियत से हमला कर रहे थें। पुलिस जैसे ही मोके पर पहुंची तों इनमे से दो तीन लुटेरे ही पकड़ मे आये बाकी मौके से भाग गये, गंभीर चोटों के कारण हमें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया जिस कारण हम पुलिस को अपनी आपबीती सही तरीके से बता नहीं पाए। घायलों के मुताबिक पुलिस ने धारा 323, 341 और 354 में मुकदमा दर्ज किया लेकिन पुलिस के हल्के रवैया के कारण दोषियों को मजिस्ट्रेट कोर्ट से हल्के मुचलके पर जमानत मिल गई। जिससे हमें बहुत दुख पहुंचा है। और घायलों ने अपील की अगर सरकार और प्रशासन उनकी बात नहीं सुनते हैं तो आने वाले दिनों में वह अपने समाज के साथ एक बड़ा आयोजन करके सड़क पर पुलिस का विरोध करेंगे। पीड़ितों के मुताबिक पुलिस प्रशासन अभी घायलों की मेडिकल रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है और उसके बाद कार्रवाई करने की बात कह रहा है।