देहरादून 15 जनवरी 2024। मानव वन्य जीव संघर्ष का एक और मामला सामने आने से देहरादून में सनसनी फैल गई है। उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों में वन्य जीवों द्वारा मानवों पर हमले के कई मामले सामने आए हैं। इसमें कई लोगों की जान तक चली गई है।
वही रविवार को भी देहरादून के राजपुर से देर शाम बाघ द्वारा एक बच्चे पर जानलेवा हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया गया। लगभग 6:00 से 6:30 बजे के बीच, चीड़ों वाली खाला, रिसपाना नदी के जंगल झाड़ी क्षेत्र में गुलदार द्वारा 12 वर्षीय बच्चे निखिल, पुत्र श्री शेर बहादुर पर हमला किया गया।
जिसमे उनके सर पर चोट आई, निखिल अपने साथियों के साथ जंगल झाड़ी क्षेत्र में लकड़ियां बीनने गया था, जब ये घटना हुई।
घटना की सूचना पर तत्काल वन विभाग के टीम के साथ स्थानीय पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची।
राजपुर क्षेत्र में हुई घटना के संबंध में देहरादून एसएसपी द्वारा प्रभावित क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ाने के संबंध में थानाध्यक्ष राजपुर को निर्देशित किया गया है। साथ ही वन विभाग के टीम के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावित इलाकों में लोगों को गुलदार के हमले के प्रति सावधान किया जा रहा है।
बाघ के हमले में बच्चों की मौत
जहां रविवार को देहरादून में बाघ ने लकड़ियां बिन रहे बच्चे पर हमला कर उसे घायल कर दिया। तो वहीं दूसरी ओर कुमाऊं के उधम सिंह नगर के नानकमत्ता से एक दुखद खबर सामने आई। जहां अपने पिता के साथ खेत से घर लौट रहे 4 वर्षीय बच्चे पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बच्चे शव को मोर्चरी भेज दिया हैं। स्थानीय मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थानाध्यक्ष नानकमत्ता ने बताया कि नानकमत्ता के ग्राम टुकड़ी का रहने वाला मंगल सिंह रविवार शाम अपने पुत्र व पुत्री के साथ गन्ने के खेत से वापस आ रहा थे, कि रास्ते में घात लगाए बैठे बाघ ने उसके 6 वर्षीय पुत्र जसवन्त सिंह पर पीछे से जानलेवा हमला कर दिया, और उसे खेत की ओर ले गया।
मंगल सिंह ने बताया कि शोर मचाने पर बाघ उनके पुत्र को छोड़कर भाग गया। जिसके बाद उन्होंने पुत्र के पास जाकर देखा तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलने पर नानकमत्ता पुलिस के एसआई शंकर सिंह, एएसआई रविन्द्र सिंह, एएसआई हरीश चंद्र और वन विभाग के भजन सिंह तथा राजन सिंह वन आरक्षी तैनाती बिचुवा दल बल के साथ मौके पर पहुँचे। फिलहाल पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को कब्ज़े में लेकर मोर्चरी भिजवाया दिया है और अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
वही इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैलने के साथ डर का माहौल है और उत्तराखंड में एक ही दिन में दो मामलों ने वन विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आपको बता दे की कुछ दिन पूर्वी उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में बात के हमले में एक महिला की मृत्यु भी हुई थी।