आजाद भारत के इतिहास में शायद ही इससे पहले कोई ऐसा चौंकाने वाला फैसला लिया गया हो, जहां टीवी एंकरों पर ही राजनीतिक दलों ने पक्षपात रिपोर्टिंग और नफरत फैलाने के आरोप लगाते हुए उन्हें बैन कर दिया हो। वीरवार को आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हाल ही में मोदी सरकार के खिलाफ बने इंडिया गठबंधन ने बड़ा फैसला लेते हुए देश के 14 एंकरों की डिबेट में किसी भी प्रतिनिधि को ना भेजने का फैसला लेते हुए उन्हें बैन कर दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह जो 14 राजनीतिक विश्लेषक हैं उनके नाम इस प्रकार से हैं आदिति त्यागी, अमन चोपड़ा, अमीश देवगन, आनंद नरसिम्हा, अर्णब गोस्वामी, अशोक श्रीवास्तव, चित्रा त्रिपाठी, गौरव सावंत, नाविका कुमार, प्राची पाराशर, रुबिका लियाकत, शिव अरुण, सुधीर चौधरी, सुशांत सिंह शामिल है।
सुधीर चौधरी पर मुकदमा दर्ज
जाने माने जर्नलिस्ट एवं आज तक के कंसल्टेंट एडिटर सुधीर चौधरी पर बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम थाने में IPC की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज की गई है। कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम (KMDC) के सहायक प्रशासक शिवकुमार (शिकायतकर्ता) द्वारा तहरीर में सुधीर चौधरी पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उनके द्वारा बताया गया है कि कर्नाटक सरकार की योजना को सुधीर चौधरी ने अपने शो में गलत तरीके से पेश किया अथवा सांप्रदायिक द्वेष भावना से उन्होंने तथ्य पेश किए है। शिकायतकर्ता ने सुधीर चौधरी पर निगम की योजना के बारे में झूठी खबर फैलाने और राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मैं इसके जवाब में सुधीर चौधरी ने भी सोशल मीडिया पर कहा कि वह इस लड़ाई को कोर्ट में लड़ने के लिए तैयार हैं। वहीं दूसरी और पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।