जहां कुमाऊं के उधम सिंह नगर के खटीमा से 5 लोगों के डूब कर मरने की दुखद घटना आज सामने आई तो वही एक और दुखद खबर कुमाऊं मंडल के ही रामनगर से सामने आ रही है जा जंगल किनारे एक साथ लगभग 12 से ज्यादा बंदरों के शव मिलने से हड़कंप मच गया वहीं पहुंचने पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच भी शुरू कर दिया और कार्रवाई की बात भी सामने आ रही है। मामला रामनगर वन प्रभाग के कोच्चि रेंज के अंतर्गत रामनगर हल्द्वानी मार्ग पर बाईपास फुल बाल सुंदरी मंदिर के पास का बताया जा रहा है जंगल किनारे काफी संख्या में बंदरों के शव पड़े लोगों को दिखाई दिए तो इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज सुबह कुछ लोग जब जंगल में लकड़ी लेने जा रहे थे तभी उनको कुछ बंदरों के शव दिखाई दिए जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई मौके पर पहुंची वन विभाग के कोसी रेंज के अधिकारी व कर्मचारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया व बंदरों के शव को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेजा गया है। बताया गया कि 1 दर्जन से अधिक बंदरों की एक साथ मौत पूरी तरह संदेह है ।
वही प्रथम दृष्टया यह संभावना भी जताई जा रही है कि किसी व्यक्ति द्वारा बंदरों को कुछ विषैला पदार्थ मिलाकर उन्हें मौत के घाट उतारा गया है। इस मामले में वन आरक्षी वीरेंद्र प्रसाद पांडे ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं घटना की जानकारी मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी एक साथ इतने बंदरों की मौत पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि बंदर हिंदू समाज की आस्था से जुड़ा हुआ मामला है। तथा इस मामले में बजरंग दल के प्रखंड उपाध्यक्ष हिरदेश शर्मा ने बताया कि वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर वन विभाग के अधिकारियों व पुलिस प्रशासन को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग करेंगे।