मारपीट मामले में कैबिनेट मंत्री के पीआरओ पर मुकदमा दर्ज, मंत्री और गनर पर मेहरबान पुलिस, सुरेंद्र सिंह नेगी पर भी मुकदमा, बारिश के मौसम में विपक्ष हमलावर, आलाकमान नाराज

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ऋषिकेश 3 मई 2023। उत्तराखंड की राजनीति में मंगलवार को तब भूचाल आ गया, जब ऋषिकेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। क्योंकि वीडियो में उत्तराखंड सरकार के माननीय मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी मारपीट करते दिखाए रहे थे। तो मामला तूल पकड़ता चला गया। देर शाम तक सरकार की किरकिरी होते देख मुख्यमंत्री धामी ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को तलब किया और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए डीजीपी को निर्देश दिए। तो वही अब इसी मारपीट के मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां ऋषिकेश कोतवाली में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पीआरओ कौशल बिजलवान पर मुकदमा दर्ज किया गया है हालांकि मारपीट में दिख रहे अन्य लोगों को मुकदमे में शामिल नहीं किया गया है।

सुरेंद्र सिंह नेगी पर भी क्रॉस एफआईआर

मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के साथ हुए विवाद मामले में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के गनर गौरव राणा ने ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है दी गई तहरीर में कहा गया है कि आरोपी सुरेंद्र सिंह नेगी निवासी शिवाजी नगर ऋषिकेश व धर्मवीर द्वारा मंत्री की सरकारी गाड़ी के बगल में गाड़ी लगाते हुए गाड़ी की खिड़की पर हाथ मार कर शीशा तोड़ने का प्रयास करने के साथ ही गाली गलौज की गई। मंत्री की ओर अपना हाथ बढ़ाते हुए जेब में रखे भगवान के अंग वस्त्र व पेन समेत 1150 रुपए छीनने का प्रयास करते हुए उनके कुर्ते को फाड़ने का प्रयास किया गया साथ ही गनर के साथ भी मारपीट व गाली गलौज करने के साथ ही सरकारी काम में बाधा पहुंचाया गया है।

विपक्ष हुआ हमलावर

मारपीट के इस मामले में कांग्रेस हमलावर होती दिखाई दे रही है। चूकीं कांग्रेस को चुनाव से पहले बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है और वह इस को हाथ से गंवाना नहीं चाहती। मंगलवार शाम से ही कांग्रेस ने प्रदेश में सोशल मीडिया से लेकर सड़क पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था और यह सिलसिला बुधवार को बारिश के दौरान भी जारी रहा। कांग्रेस ने प्रदेश के हर जिले में प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा के निर्देशों पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका और सरकार पर तानाशाही एवं जनता की आवाज दबाने का आरोप लगाया।

क्या है मामला?

प्रदेश में राजनीतिक माहौल मंगलवार को उस समय बहुत गरमा गया जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और उनका गनर बीच सड़क पर एक युवक की पिटाई करते दिखे। वायरल वीडियो में कैबिनेट मंत्री सड़क किनारे अपने वाहन के पास खड़े होकर शिवाजी नगर निवासी युवक सुरेंद्र सिंह नेगी से बात कर रहे हैं। बातचीत अचानक हाथापाई में बदल गई। वायरल वीडियो में मंत्री सुरेंद्र को थप्पड़ मारते दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद उनका गनर भी हाथापाई करने के बाद लातें मारते हुए दिख रहा है।

कैबिनेट मंत्री ने दी सफाई

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं अपनी गाड़ी से किसी कार्यक्रम में जा रहा था और रास्ते में जाम होने के कारण गाड़ी रुकी क्योंकि आजकल गर्मी ज्यादा नहीं है और बारिश का मौसम है इसलिए शीशा खुले हुए थे तभी बगल में युवक आकर गाली देने लगे। हमने समझाया तो युवक ने कॉलर पकड़कर हाथापाई कर दी। इस बीच हमारा कुर्ता फट गया। सुरक्षाकर्मी ने रोका तो उनकी वर्दी भी फाड़ दी गई और हमारे साथ बदतमीजी की गई।

कौन है सुरेंद्र सिंह नेगी

मंत्री के थप्पड़ खाने वाला युवक सुरेंद्र नेगी नगर निगम ऋषिकेश के शिवाजी नगर क्षेत्र के निवासी हैं। वे काफी समय से सामाजिक और जनहित के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे शिवाजीनगर क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह अपने घर के पास परचून की दुकान चलाते हैं।

भाजपा आलाकमान नाराज

भाजपा सूत्रों की मानें तो इस मामले को लेकर पार्टी आलाकमान खासा नाराज है और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर पूरे मामले पर रिपोर्ट पेश करने को कहा है। वही माना जा रहा है कि धामी सरकार की आज शाम होने वाली कैबिनेट बैठक के बाद बंद कमरे में मुख्यमंत्री धामी कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर स्पष्टीकरण मांगेंगे। तो दूसरी ओर ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ खड़ा एक गुट पिछली और मंगलवार घटना की सारी रिपोर्ट आलाकमान को पहुंचा रहा है। जिससे माना जा रहा है कि आने वाले समय में मंत्री जी को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है। क्योंकि प्रदेश में इस‌ वर्ष नगर निगम और 2024 में लोकसभा चुनाव है, इसलिए पार्टी नहीं चाहती कि जनता के बीच में कोई भी गलत संदेश जाए और पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़े।

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