ब्रेकिंग : शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट

Listen to this article

गंगोत्री 26 अक्टूबर 2022। उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा ने इस वर्ष सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए लाखों की तादाद में श्रद्धालु चार धाम यात्रा करने पहुंचे और अब सर्दियां आने से पूर्व दीपावली बीत जाने के बाद चारों धाम के कपाट बंद होने का समय भी नजदीक आ गया है। वहीं बुधवार को  जीवनदायिनी पापनाशिनी गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री के कपाट भी शीतकालीन समय के लिए बंद हो गए। अन्नकूट के पावन पर्व पर अपराह्न 12:01 बजे वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के बाद विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए। पुलिस सुरक्षा के बीच गंगोत्री से मां गंगा की डोली ढोल-दमाऊ, आर्मी बैंड और माँ गंगा के जय-जयकारों के साथ मुखबा गांव के लिए रवाना हुई। मां गंगा का रात्रि विश्राम आज मां चंडी देवी(मार्कण्डेय पूरी) मन्दिर में होगा।

कल मां गंगा की उत्सव डोली भैया दूज के पर्व पर अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी। शीतकाल में श्रद्धालु मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा स्थित गंगा मंदिर में मां गंगा के दर्शन और पूजा-अर्चना कर सकेंगें। मां गंगा की भोग मूर्ति 6 माह सोमेश्वर देवता के साथ मुखबा में रहेगी।

आपको बताते चले कि इस वर्ष लगभग 6.25 लाख श्रद्धालुओं ने माँ गंगा के दर्शन किये। अर्पण यदुवंशी, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के निर्देशन में इस बार चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा तैनात उत्तरकाशी पुलिस, फायर एवं SDRF द्वारा चाहे बर्फबारी-कड़कती ठंड हो, बरसात हो या फिर किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति हो, 24×7 अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहते हुए श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल एवं सुगम बनाया गया।

यात्रा के दौरान कई श्रद्धालुओं के रास्ता भटकने पर, लैंड स्लाइड के कारण मार्ग अवरुद्ध होने पर, अत्यधिक वर्षात या फिर किसी भी प्रकार से मुसीबत में होने पर जनपद पुलिस एवं एसडीआरएफ द्वारा तत्काल मदद व रेस्क्यू कार्य किया गया।

यात्रा के दौरान कई वाक्यों पर श्रद्धालुओं के खोये पर्स, बैग व अन्य समान को भी पुलिस जवानों द्वारा ईमानदारी का परिचय देते हुये वापस लौटाया गया। कई सारे श्रद्धालुओं द्वारा जनपद पुलिस व एसडीआरएफ की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा व आभार प्रकट किया गया। उत्तरकाशी पुलिस आप सभी की कुशल एवं सुरक्षित यात्रा हेतु प्रतिबद्ध है, अगले वर्ष गंगोत्री धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत करती है।

error: Content is protected !!