देहरादून 16 अक्टूबर 2022। उत्तराखंड में विगत 3 दिनों में हुई तीन बड़ी क्राइम की घटनाओं ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं और इससे विपक्ष भी धामी सरकार पर हमलावर हो गया है। प्रदेश में खराब होती पुलिस की छवि को लेकर अब पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सख्त रुख अपनाया है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीजीपी अशोक कुमार ने तीनों घटनाओं का खुलासा करने के लिए 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है। आपको बता दें कि उधम सिंह नगर मैं 2 दिन पहले खनन कारोबारी के घर में घुसकर बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था।
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तो वही शनिवार को डकैतों ने डोईवाला में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के भाई के घर बड़ी डकैती घटना को अंजाम दिया।
तो वहीं रविवार को हरिद्वार के लक्सर में दिनदहाड़े बदमाशों ने पुलिस पर फायर खोल दिए जिसे दो पुलिसकर्मी घायल हो गए एक को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया हैं।
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और इतना ही नहीं इस घटना के बाद तो लोग काफी चिंतित हैं और पुलिस पर अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। तीनों घटनाओं से पूरे प्रदेश में पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी किरकिरी होने लगी है। तीनों घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने भी सख्त तेवर अपनाए हैं और तीनों घटनाओं का खुलासा 3 दिन में करने के आदेश दे दिए हैं।
अगर ऐसा नहीं होता है तो क्षेत्र के थाना प्रभारी से लेकर क्षेत्राधिकारी को हटाए जाने की बात भी सामने आ रही है। इतना ही नहीं जिलों के पुलिस अधीक्षकों पर भी क्षेत्रों में क्राइम पर अंकुश ना लगाने का टैक लग जाएगा यानी उन्हें नाकाम माना जाएगा। जिसको लेकर अब पुलिस भी कहीं ना कहीं अपने असली रूप में दिखेगी और वर्दी की शान और कुर्सी को बचाने के लिए ही सही लेकिन तीनों घटनाओं का खुलासा जल्दी ही हो सकेगा। लेकिन जिस तरह से प्रदेश में लगातार क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और बदमाश डकैती और अन्य गंभीर घटनाओं को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं, इससे तो यही प्रतीत होता है कि प्रदेश में पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है और इस से ज्यादा कुछ नहीं। क्योंकि अगर दिनदहाड़े ऐसी घटनाएं सामने आएंगी तो कहीं ना कहीं जनता की सुरक्षा पर भी गंभीर सवालिया निशान खड़े होंगे।