हरिद्वार 10 अक्टूबर 2022। समाजवादी पार्टी के संस्थापक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (नेताजी) के निधन पर हरिद्वार में सपा के नेता महंत शुभम गिरी ने भी शोक जताया। उन्होंने कहा अगर देश की आजादी में बलिदान देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बाद किसी को नेताजी बोला जाता था तो वो थे मुलायम सिंह यादव। जिनके द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए चाहे हरिद्वार का विकास भवन हो, चाहे कलेक्ट्रेट भवन हो, चाहे संस्कृत अध्यापकों का वेतन पीडीएफ में जोड़ने की योजना हो, चाहे उन्हें पेंशन बनाने की योजना हो, उर्दू शिक्षा के लिए कार्य किए गए हो, संस्कृत शिक्षा के लिए कार्य किया हो गए हो या हिंदी के लिए कार्य किए गए हो। इतना ही नहीं हिन्दी को बढ़ावा देने की बात पर वे बोले कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में उस समय हिंदी में कोई काम नहीं होते थे, नेता जी ने अंग्रेजी का विरोध करके हिंदी के लिए कार्य किए। वे वास्तव में किसानों, पिछड़े, वंचित और गरीबों के नेता थे। कोई भी अगर उनके पास किसी भी काम के लिए चल जाता तो नेताजी सब के कार्य करते थे।
नेताजी के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना शोक प्रकट किया और सभी राजनेता सभी राजनीतिक दल के लोग सभी धर्म सत्ता के लोग सभी संत समाज के सबने नेता जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी है इसी से पता चलता है कि उनका व्यक्तित्व कितना बड़ा था। महंत शुभम गिरी ने कहा कि नेताजी के प्रयासों से उत्तराखंड बनाया गया उत्तर प्रदेश के दोनों सदनों से प्रस्ताव पास करके केंद्र को भेजा गया था। नेताजी का उत्तराखंड से विशेष प्यार रहा लेकिन नेताजी राजनीति के धुरंधर योद्धा थे। इसीलिए उनकी अलग छवि थी पूरे देश में ऐसा नेता कभी हो नहीं सकता और समाजवाद उनके द्वारा अमर रहेगा।