अंतिम चरण में मनसा देवी, गौकर्ण धाम, दक्ष मंदिर और हरिहर आश्रम भ्रमण पर पहुंची पवित्र छड़ी यात्रा

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हरिद्वार 8 अक्टूबर 2022। विश्व प्रसिद्ध देवभूमि हरिद्वार के ऊंचे पर्वत पर विराजमान प्राचीन सिद्ध पीठ मां मनसा देवी मंदिर में बीती शाम बड़े हर्षोल्लास के साथ पवित्र छड़ी पूजा का आयोजन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी ट्रस्ट के सचिव महन्त रवीन्द्र पुरी महाराज के सानिध्य में धूमधाम से अखाड़ों के संतों की उपस्थिति मे संपन्न की किया गया।

इस अवसर पर महन्त रवीन्द्र पुरी महाराज ने कहा की है पवित्र छड़ी हम सन्यासियों के साथ-साथ करोड़ों करोड़ भारतीय नागरिकों को अपने सनातन संस्कृति एवं धर्म की रक्षा के लिए प्रेरणा देती है।

इस यात्रा का आयोजन हिंदू समाज में जागृति हेतु सनातन संस्कृति की प्रचार प्रसार के लिए किया जा रहा है, जिससे वर्तमान युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति के साथ साथ संस्कारों का भी ज्ञान प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि कुछ षड्यंत्रकारी हिंदू विरोधी तत्व आजकल ज्यादा ही हमारे धर्म के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।इससे बचने के लिए हम सभी को संगठित होकर अपने धर्म की संस्कृति की और संस्कारों की और समाज की रक्षा के लिए आगे आना होगा जिससे प्राचीन भारतीय संस्कृति को धर्म विरोधी सजन कार्यों से अपमानित होने से बचाया जा सके।

 

आयोजन समारोह में श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महन्त श्री स्वामी प्रेम गिरी जी महाराज सहित अनेक महन्त एवं संत उपस्थित थे शमी ने मंदिर प्रांगण में हर हर महादेव जय माता दी के नारे के साथ-साथ धर्म की जय हो किनारे ऊंचे स्वर में लगाए जिससे वातावरण गुंजायमान हो गया इस अवसर पर मां मनसा देवी के दर्शनों के लिए हजारों भक्तों की भीड़ भी पंक्ति बद्ध होकर लगातार दर्शन कर रही थी।

सभी का आभार और धन्यवाद श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव महन्त रवीन्द्र पुरी महाराज ने किया।

हरिद्वार 8 अक्टूबर 2022। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा की नगर परिक्रमा अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। उत्तराखंड के चारो धाम सहित समस्त कुमाऊ गढ़वाल मंडल के पौराणिक तीर्थों के भ्रमण के लिए रविवार 9 अक्टूबर को पवित्र छड़ी दोपहर 12:00 बजे सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना करने के पश्चात प्रस्थान करेगी। इससे पहले 7 अक्टूबर को पवित्र छड़ी उत्तरी हरिद्वार स्थित गोकर्ण धाम पहुंची जहां श्रीमहंत महेश पुरी ने छड़ी का जोरदार स्वागत किया और कहा कि सनातन धर्म की रक्षा और प्रचार प्रसार के लिए यह यात्रा पूर्व की भांति शुरू हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि पहाड़ों से पलायन को रोकने में भी छड़ी यात्रा मददगार साबित होगी, क्यों कि जहां भी छड़ी भ्रमण पर जाएगी वहां यह संदेश लेकर जाएगी। तो वहीं 8 अक्टूबर को पवित्र छड़ी कनखल स्थित पौराणिक तीर्थ दक्षेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना तथा यात्रा की सफलता की कामना के साथ पहुंची। पवित्र छड़ी लेकर अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमंहत हरिगिरी महाराज, जूना अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज, पूर्व सभापति श्रीमहंत उमा शंकर भारती, सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर कपिल पुरी जी महाराज, श्री महंत महेश पुरी, श्री महंत शैलेंद्र गिरी, श्री महंत सुरेशानंद सरस्वती, श्री महंत कुशपुरी,महंत पूर्णागिरि, महंत धीरेन्द्र पुरी आदि नागा सन्यासियों के साथ दक्षेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे, जहां महानिर्वाणी अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी, पूर्व विधायक संजय गुप्ता सहित अखाड़े के पदाधिकारियों ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर अभिषेक किया तथा दक्षेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर सफल निर्विघ्नं यात्रा संपन्न किए जाने की कामना की।

यहां से पवित्र छड़ी हर-हर महादेव के जयघोष के साथ हरिहरानंद आश्रम स्थित पारदेश्वर शिव मंदिर पूजा अर्चना के लिए पहुंची, जहां जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज ने अपने अनुयायियों के साथ पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की व पारदेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। आचार्य आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने आशीर्वाद देते हुए पवित्र छड़ी यात्रा की सफलता की कामना की उन्होंने कहा आदि जगतगुरु शंकराचार्य महाराज द्वारा प्रारंभ की गई यह पवित्र छड़ी धर्म व आस्था का प्रतीक है इससे जहां धर्म की स्थापना होगी वही वहीं उत्तराखंड की पलायन रोकने पौराणिक उपेक्षित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार व क्षेत्र का विकास भी होगा। इस से पूर्व भोपातवाला के गोकर्ण धाम में महामंडलेश्वर कपिल मुनि जी महाराज, जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्मचारी महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमंहत केदार पुरी ने पूजा अर्चना की तथा साधु संतों का स्वागत किया।

इस मौके पर महामंडलेश्वर कपिल मुनि महाराज ने कहा कि कलयुग में पवित्र तीर्थों के दर्शन तथा प्रभु कीर्तन से शांति और मोक्ष प्राप्त करने का एकमात्र उपाय है। यह पवित्र छड़ी यात्रा इसी निमित्त निकाली जा रही है ताकि आमजन नागरिक सनातन धर्म के प्रति आस्थावान रहे।

 

उन्होंने श्रीमंहत हरिगिरी महाराज की सराहना करते हुए कहा कि यह पवित्र छड़ी यात्रा कई दशकों से बंद थी लेकिन इनके प्रयासों से 2019 में बागेश्वर से शुरू हो गई। यात्रा के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार प्रसार तो होगा ही आम अब जनता को भी अपने इतिहास को जानने काअवसर भी प्राप्त होगा।

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