हरिद्वार 7 अक्टूबर 2020। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले के बाद 2015-16 में उत्तराखंड पुलिस में हुई दरोगा भर्ती में भी गड़बड़ी की जांच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजिलेंस से उत्तराखंड एसटीएफ को स्थानांतरित की। एसटीएफ ने पहले दिन से ही शक की नजर में आए लगभग 10 से 12 दरोगा की जांच शुरू कर दी थी और उसके लिए मुकदमा दर्ज करने के लिए शासन से अनुमति मांगी थी। आज शासन स्तर से बड़ा फैसला लिया गया है जिसमें 2015-16 पुलिस दरोगा में हुई भर्ती में शासन ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं और अग्रिम रिपोर्ट पेश करने के लिए भी कहा है।
कहीं ना कहीं अब यह माना जा रहा है कि एसटीएफ जल्द ही मुकदमा दर्ज करके मामले में बड़ी गिरफ्तारियां कर सकती है। तो वहीं दूसरी ओर घूस देकर पुलिस सब इंस्पेक्टर बने पुलिस कर्मियों की भी अब धड़कनें तेज हो गई हैं। भर्ती घोटालों ने कहीं ना कहीं उत्तराखंड की छवि को धूमिल किया है और पूरे देश में उत्तराखंड की छवि खराब की है। मुख्यमंत्री धामी ने भी एसटीएफ को कड़ी कार्रवाई करने और चाहे कोई भी बड़ा सफेदपोश हो उसे ना बक्शने के आदेश दिए हैं।