ब्रेकिंग : अब इस कार्यकर्ता के कारण विवादों में घिरी आरएसएस, अंकिता हत्याकांड पर डाला विवादित पोस्ट

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हरिद्वार 27 सितंबर 2022। अंकिता हत्याकांड में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य पर गंभीर सवाल खड़े होने लगे हैं। उन पर जांच को प्रभावित करने के साथ-साथ मामले से जुड़े साक्ष्यों को भी मिटाने के आरोप लग रहे हैं। विनोद आर्य कई सालों से भाजपा और संघ का करीबी नेता रहा है और समय-समय पर इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर डालता रहता था। तो वहीं अब मामले में एक और आरएसएस के कार्यकर्ता के विवादित पोस्ट के कारण बवाल खड़ा हो गया है।

देहरादून के रायवाला के आरएसएस प्रचार प्रमुख विपिन कर्णवाल ने फेसबुक पोस्ट पर अंकिता हत्याकांड में उनके भाई और पिता को ही दोषी करार दे दिया। उन्होंने लिखा कि एक बाप और बेटे के चलते एक 19 साल की पुत्री को बाहर जाकर नौकरी करनी पड़ रही है और बाप बेटे घर पर बैठकर उसकी मां की कमाई खा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पोस्ट में अंकिता की रिजाॅर्ट में जॉब करने को लेकर बिल्ली के सामने दूध रखने जैसे उदाहरण भी पेश कर दिया। पोस्ट में इतना ही नहीं यह भी लिखा गया है कि अंकिता के पिता ने पैसे लेकर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। जिससे अब राज्य में बवाल खड़ा हो गया है चारों तरफ नितिन कर्णवाल के बयान के लोग कड़े शब्दों में निन्दा कर रहे हैं और आरएसएस पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।

अब देखना होगा कि अंकिता हत्याकांड पर चुप आरएसएस क्या स्पष्टीकरण देती है, क्योंकि जिस तरह से अंकिता के पिता ने विनोद आर्या पर गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम धामी से विनोद आर्य को हिरासत में लेने की मांग की है जिससे की जांच निष्पक्ष तरीके से पूरी हो सके। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर विपिन कंडवाल के बयान का लोग अलग-अलग तरीके से जवाब दे रहे हैं इस मामले में खानपुर से विधायक उमेश कुमार ने भी विपिन कर्णवाल को अपने घर में मां बहन और बेटी का उदाहरण देकर एक पोस्ट फेसबुक पर किया है। मामला उत्तराखंड में बादल होते ही विभिन्न करने वालों ने फेसबुक से पोस्ट को डिलीट कर दिया और इतना ही नहीं कल रात को जब हरि टीवी ने विपिन कर्णवाल का फेसबुक अकाउंट चेक किया था तो उस पर किसी तरह की कोई प्राइवेसी नहीं लगाई गई थी।

लेकिन जब आज यानी मंगलवार को दोबारा चेक किया गया तो विपिन कर्णवाल का अकाउंट लॉक हो चुका है, प्रदेश में लोग विपिन कर्णवाल की नीच सोच के खिलाफ मुकदमा दर्ज और त्वरित कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

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