ब्रेकिंग : सीएम और डीजीपी के नशा मुक्त उत्तराखंड को पलीता लगा रही हरिद्वार पुलिस, भूमिका पर खड़े हो रहे गंभीर सवाल

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हरिद्वार 26 सितंबर 2022। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उत्तराखंड 2025 तक नशा मुक्त करने और डीजीपी अशोक कुमार कि नशे के खिलाफ मुहिम को हरिद्वार पुलिस ही पलीता लगा रही है। हाल ही में पंचायत चुनाव में हुए कच्ची शराब कांड के बाद भी पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। हर की पौड़ी के निकट भीमगोड़ा क्षेत्र में सरेआम कुछ दुकानों पर खतरनाक नशे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है और बेखौफ ग्राहक और दुकानदार नशे का सामान खरीद और बेच रहे हैं। ताज्जुब की बात तो यह है कि चंद मीटर दूर ही खड़खड़ी चौकी है और अब तक ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पुख्ता सबूतों और सूत्रों के मुताबिक कुछ दुकानदार अपनी दुकानों में नशे का सौदा रखकर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने में काम कर रहे हैं। और इस पर पुलिस पर भी गंभीर आरोप लग रहे हैं। आखिर सवाल यह भी उठता है कि अगर पुलिस पर ही इतने बड़े गंभीर आरोप लगेंगे तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 2025 तक कैसे उत्तराखंड को नशा मुक्त बना पाएंगे? और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार कैसे उत्तराखंड से नशे को खत्म करने का काम कर पाएंगे? जब पुलिस चौकी से चंद मीटर दूरी पर ही नशे का अवैध कारोबार होगा। विगत कुछ वर्षों में क्षेत्र में पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है और ऐसा लगता है जैसे अवैध नशे के कारोबारियों से पुलिस रिश्तेदारी निभाने का काम कर रही है। हरिद्वार के हर की पौड़ी पर करोड़ों श्रद्धालु साल भर में धार्मिक भावनाओं से आते हैं लेकिन इसी से सटे भीमगोड़ा, खड़खड़ी सूखी नदी से लेकर दूधाधारी चौक तक बस्तियों और अन्य जगहों पर नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है और पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी है। दो-चार दिन पहले ही हुए अंकिता हत्याकांड के बाद भी खड़खड़ी चौकी जागी नहीं है और अनजान बनी बैठी है। पुलिस का यूं अंजान बने रहना उत्तराखंड पुलिस के मित्र पुलिस की टैगलाइन को सत्य साबित कर रहा है कि आखिर ऐसे अवैध और खतरनाक नशे के कारोबारियों से मित्रता दिखाकर धर्मनगरी की आस्था को ठेस पहुंचाने और मान मर्यादा के साथ खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है। स्थानीय लोग इस नशे के कारोबार से काफी परेशान हैं और डीजीपी एवं मुख्यमंत्री से पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोगों का यह भी आरोप है कि जब हर की पौड़ी जैसी मुख्य सड़कों पर खुलेआम ऐसे नशे का कारोबार होगा तो कैसे यहां का बच्चा पढ़ लिख और खेल कूद कर उत्तराखंड का शाम रोशन करेगा? हरि टीवी का भी यह मानना है कि सीएम धामी और डीजीपी अशोक कुमार को इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए पुलिस की जांच करानी चाहिए और ऐसे नशे का कारोबार करने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।

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