हरिद्वार 12 सितंबर 2022। हरिद्वार के रुड़की में पिरान कलियर की दरगाह जहां देश से ही नहीं अपितु विदेशों से भी जायरीन पहुंचते हैं और बाबा से अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मत्था टेकते हैं। मुस्लिम ही नहीं बड़ी तादाद में हिंदू भी रूड़की स्थिति कलियर दरगाह में पहुंचते हैं। लेकिन हाल ही के कुछ समय में जिस तरह से पिरान कलियर क्षेत्र में बड़ी तादाद में वेश्यावृति एवं अवैध नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है इसको रोकने में प्रशासन भी अब तक विफल साबित हुआ है। हालांकि पुलिस द्वारा आए दिन क्षेत्र से रोजाना किसी की गिरफ्तारी हो रही है, लेकिन फिर भी धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
इसको लेकर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्सी ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि जिस तरह से धार्मिक स्थल पिरान कलियर को चंद माफियाओं ने वेश्यावृत्ति और अवैध ड्रेस का अड्डा बना दिया है, इस पर हम बुलडोजर चलाकर रहेंगे और ऐसे लोगों को वहां से खदेड़ कर ही दम लेंगे। आपको बता दें शादाब शम्सी को हाल ही में वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था और एक प्रेस वार्ता में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड के छठे धाम कहे जाने वाले कलियर में अनैतिक कार्य जमकर किए जा रहे हैं।
कलियर ड्रग माफियाओं का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। शम्सी का कहना था कि कलियर के अंदर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के साथ ही कई सारे ऐसे मामले सामने आए हैं, जो बदर्शत करने के लायक नहीं है। उनका कहना था कि पिरान कलियर में जायरिनों की बहुत बड़ी आस्था है, लेकिन यहां पर मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार की भी कई घटना सामने आ चुकी हैं।
शम्सी ने चेताया कि धामी सरकार इन सभी गलत कामों पर नकेल कसने जा रही है। उन्होंने कहा कि बेगुनाह को छेड़ेंगे नहीं और गलत काम करने वालों को छोड़ेंगे नहीं। शम्सी का कहना था कि पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर तरह की गंदगी को साफ किया जाएगा। इसके लिए सीएम धामी ने भी उन्हें अधिकृत कर दिया है।
शम्सी ने कहा कि पिरान कलियर में गलत आदमी को किसी भी सूरत में रुकने नहीं दिया जाएगा। ऊपर से लेकर नीचे तक धामी का बुलडोजर चलेगा। उनका कहना था कि यह सीएम धामी की सरकार है और किसी भी सूरत में भ्रष्टचारियों, देह व्यापार और ड्रग का व्यापार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए जो भी जरूरी कदम उठाने पड़ेगे सरकार उससे पीछे नहीं हटेगी। धार्मिक स्थल की मर्यादा को कायम रखा जाएगा।