उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में जांच एसटीएफ को लगातार कामयाबी हाथ लगी और मामले में अब तक कुल 34 गिरफ्तारियां हुई तो वहीं दूसरी और कल ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर ऑनलाइन वन दरोगा भर्ती मामले में 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ और मामले को एसटीएफ को सौंपा गया तो अभी 24 घंटे भी नहीं बीते हैं और एसटीएफ के रडार पर आए कुछ नकल माफियाओं की गिरफ्तारियां भी शुरू हो चुकी हैं। आज यानि सोमवार को एसटीएफ ने हरिद्वार से नकल माफियाओं की गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। हरिद्वार के रहने वाले प्रशांत और रविन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। एसएसपी एसटीएफ ने साफ कहा हम धीरे धीरे जो भी इस भर्ती मामले में शामिल होंगे उनतक पहुंचकर कार्यवाही करेंगे, उनके अनुसार अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई वन दरोगा भर्ती जांच के लिए डीजीपी अशोक कुमार को निर्देश दिए थे। जिसके बाद डीजीपी ने यह मामला एसटीएफ को सौंप दिया है। एसटीएफ की शुरुवाती जांच में इस भर्ती में धांधली की पुष्टि हो चुकी है और एसटीएफ द्वारा दून साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत करवाया जा चुका है।
क्या है मामला
वन दरोगा के 316 पदों के लिए वर्ष 2021 में 16 सितंबर से 25 सितंबर तक ऑनलाइन भर्ती परीक्षाएं करवाई गई थी जो कि 18 शिफ्टों में हुई थी। एसटीएफ की जांच में भर्ती में अनियमितताएं पाई गई है और भर्ती में हुए घोटाले की पूरी तरह से पुष्टि हो चुकी है। इस मामले में वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल ने भी इस परीक्षा में हुए घोटाले की पुष्टि की बात को कबूल किया है। उनका कहना है कि यह सभी भर्तियां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से हुई है अब जिस प्रकार से शासन आदेश जारी करेगा उस प्रकार की कार्यवाही विभाग द्वारा की जाएगी।