देहरादून। प्रदेश में पैसे और सोर्स के बल पर किस तरह से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है अब यह कोई नई बात नहीं रह रही है उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में जिस तरह से सरकारी गैर सरकारी और नेताओं की गिरफ्तारी हो रही है उसने एक बार दिखा दिया है कि उत्तराखंड बनने के बाद यहां के युवाओं को ठगा जा रहा है जैसे-जैसे इस मामले के तार उत्तर प्रदेश से जुड़ते जा रहे हैं प्रदेश में पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग भी तेज हो रही है। विपक्ष के बढ़ते दबाव और तमाम युवाओं के भविष्य की लड़ाई लड़ रहे हैं संगठन अब मुख्यमंत्री धामी से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
तो कल पंतनगर यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड अधिकारी के गिरफ्तारी के बाद आज पेपर लीक मामले के तार एक बार फिर उत्तर प्रदेश से जुड़े हैं जहां एसटीएफ ने धामपुर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और सूत्रों के मुताबिक यही वह औरों की है जो हाकम सिंह के कहने पर पेपर लीक का कार्य करता था। उत्तराखंड के यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है। मामले में आज धामपुर नकल सेंटर का केंद्रबिंदु गिरफ्तार किया गया है। मामले में अब तक 24 गिरफ्तारियां हो गई है। एसटीएफ ने गहन पूछताछ के बाद केंद्रपाल निवासी धामपुर को गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तर प्रदेश का नकल माफिया का गठजोड़ कराने वाले एसटीएफ की रडार पर है। इसी कड़ी केंद्रपाल को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि केंद्रपाल का उत्तराखंड के सरकारी नौकरियों के सौदागरों का कनेक्शन हाकम सिंह, चंदन मनराल, जगदीश गोस्वामी,ललित से गहरे संबंध थे। रिपोर्टस की माने तो केंद्रपाल अपने विभिन्न संपर्क के माध्यम से डील करता था और इसकी व्यवस्था, मोटी रकम लेकर की जाती थी।
माना जा रहा है कि एसटीएफ को पूछताछ में कई सुराग हाथ लगे है। जिसके जरीए अब एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के अन्य नकल माफिया की तह तक जल्दी पहुंचने और पूरे गैंग की अंतिम कड़ी का पर्दाफाश शीघ्र होने की उम्मीद जताई है।