देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में जहां एक ओर 22 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और कई बड़े नाम इस पेपर लीक मामले में एसटीएफ सामने ला चुकी है, तो वहीं दूसरी और इसमें उत्तराखंड के छात्रों द्वारा सीबीआई इन्वेस्टिगेशन कि मांग जोरों पर है। परिक्षा देने वाले कुछ छात्रों का कहना था कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए, लेकिन दूसरी और कुछ छात्रों का यह भी कहना है कि जिन लोगों ने मेहनत से परीक्षा पास की है उनका क्या होगा। तो वहीं अब इसी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां देहरादून में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में UKSSSC में भर्ती घोटाले के संबंध में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस की जांच में और तेज़ी लाने, दोषियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी, अवैध संपत्ति को ज़ब्त करने और गैंगस्टर एक्ट व पीएमएलए में कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिन परीक्षाओं में गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं उन्हें निरस्त कर नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरु की जाए एवं जो परीक्षाएं साफ सुथरे ढंग से गतिमान हैं, उन्हें सुचारू रुप से समय पर संपन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जिन परीक्षाओं के माध्यम से दागी व्यक्तियों को नियुक्ति मिली है उनकी नियुक्ति निरस्त कर उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। UKSSSC को सुचारू रूप से चलाने के लिए वहां यथाशीघ्र एक अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए। मुख्यमंत्री धामी ने भर्ती प्रक्रिया में उजागर हुई कमियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए सभी दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने पर बल दिया। साथ ही साथ सभी विभागों में व्याप्त रिक्तियों को स्वच्छ एवं पारदर्शी तरीके से यथाशीघ्र भरने हेतु सरकार की मंशा स्पष्ट की। बैठक में मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री अभिनव कुमार व सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली उपस्थित रहे।
ब्रेकिंग : सीएम धामी का सबसे बड़ा फैसला, उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग समेत तमाम गड़बड़ी वाली परीक्षाएं होंगे निरस्त, दोषियों पर होगी यह सख्त कार्रवाई
