ब्रेकिंग : चर्चित गोली कांड के बाद अवैध नशे पर मदन कौशिक की घेराबंदी तेज, अब युवा जागृति मंच ने बोला हमला

Listen to this article

हरिद्वार। हरिद्वार में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के दो करीबी नेताओं के बीच हुए झगड़े के बाद गोलीकांड की चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही है और जिस तरीके से मदन कौशिक के ही करीबी विष्णु अरोड़ा ने क्षेत्र में हो रहे अवैध तरीके से स्मैक और शराब के नशे को खुलकर एक वीडियो में जाहिर किया उससे हरिद्वार में फल-फूल रहे नशे के कारोबार पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं आज उसी को लेकर हरिद्वार के युवा जागृति मंच ने भी हरिद्वार के प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए हमला बोला कि हरिद्वार का युवा नशे की लत में डूबता जा रहा है और यहां खाकी और खादी के संरक्षण में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। उन्होंने कहा असामाजिक तत्वों के द्वारा लगातार समाज को दूषित करने का षड्यंत्र जारी है, उससे भी अधिक विडंबना है कि ड्रग्स का कारोबार करने वाले माफिया पैसे, एप्रोच और गुंडागर्दी के दम पर राजनीतिक पार्टियों के संरक्षण में फल फूल रहे हैं जो कि समाज और राष्ट्र के लिए बेहद घातक है। चर्चित गोली कांड के बाद कांग्रेस के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी तो हमलावर थे ही और उन्होंने इस मामले में मदन कौशिक को घेरने की कोशिश की लेकिन अब युवा जागृति मंच के द्वारा भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को नशे के मुद्दे पर घेरकर किलाबंदी की जा रही है।


आपको बता दें युवा जागृति विचार मंच के द्वारा लगातार हस्ताक्षर अभियान और रैलियों के द्वारा शासन-प्रशासन और समाज के सभी वर्गों तक अपना संदेश पहुंचाने का कार्य पूर्व में किया गया है। इसमें स्मैक जैसे घातक नशे के विषय को विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के द्वारा प्रमुखता से उठाया गया और सरकार में रहते हुए भी राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जगह दी लेकिन उन्होंने कहा कि जिस तरह से हरिद्वार के खन्ना नगर में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के घर के चंद कदम दूर भाजपा के दो युवा नेताओं में क्षेत्र में अवैध नशे के कारोबार पर कब्जा करने को लेकर वर्चस्व की लड़ाई हुई, उससे यह साफ साफ दिखता है कि नेताओं के संरक्षण में हरिद्वार के युवाओं को बर्बाद करने की पूरी प्लानिंग की जा चुकी है और पुलिस प्रशासन भी ऐसे मुद्दों पर आंख मूंदकर बैठा हुआ है। उन्होंने कहा कि नशे जैसे घातक मुद्दों पर मुख्यमंत्री धामी के द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया, इसके अलावा डीजीपी के द्वारा भी सक्रिय रहते हुए ड्रग्स माफियाओं पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए शिक्षण संस्थानों के आसपास एलआईयू को सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया। जहाँ इस फैसले से युवाओं को नशे से मुक्ति मिलेगी वहीं समाज भी दूषित होने से बचेगा। साथ ही उन्होंने सरकार और शासन से आग्रह करते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत दवाइयों के कारोबार में संचालित फार्मा कंपनियों मे भी विशेष रूप से ड्रग्स ऑडिट की सघन जांच कराएं, क्योंकि कई बड़ी फार्मा कंपनी भी ड्रग्स माफियाओं के इशारे पर काम करती है। जिसकी प्रदेश सरकार को सघन जांच करने की आवश्यकता है परंतु वर्तमान समय में सरकार और शासन की सक्रिय भूमिका और और नशे को समाप्त करने की प्राथमिकता को देखते हुए हरिद्वार जैसे शहर में ड्रग्स माफिया लगातार सक्रिय हैं और इसलिए मेरा सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से आग्रह है कि वह अपनी अपनी पार्टी में इस प्रकार के माफियाओं को लेकर उच्च स्तरीय जांच कर ड्रग्स माफियाओं को पार्टी से बाहर करें।
प्रेस वार्ता के दौरान मनीष चौहान, प्रवीण भारद्वाज, हिमांशु राजपूत, जयप्रकाश, विशाल भारद्वाज, आशु मलिक आदि उपास्थि रहे।

error: Content is protected !!