हरिद्वार। आज सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में दो दिवसीय अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि महाकुंभ दिव्यता और भव्यता के साथ सम्पन्न हो गया।महाकुंभ के देश विदेश से त्यागियों, भूमिहारों, चितपावनो, मोहियलो, गालवो,अनाविलो, नम्बूदरीयो, हेगड़ो तथा अन्य ब्रह्मर्षि समाज के बुद्धिजीवियो, राजनीतिज्ञ तथा सामाजिक कार्यकर्ताओ ने भाग लिया।
आज के कार्यक्रम का शुभारंभ दण्डिस्वामी अन्नतानंद तथा सुप्रसिद्ध आर्य विचारक मायाप्रकाश त्यागी जी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।महाकुंभ के आरम्भ में सम्पूर्ण राष्ट्र व विश्व मे कोरोना महामारी में मारे गए लोगो के लिये दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि महासंघ की राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदिता त्यागी जी ब्रह्मर्षियो के गौरवपूर्ण इतिहास के बारे में बताते हुए उपस्थित जन समुदाय को अपनी संस्था और संस्था द्वारा आज से चलाये जाने वाले अभियान”मैं भी ब्रह्मर्षि”के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के प्रथम चरण में 20 लाख ब्रह्मर्षियो को जोडने का लक्ष्य रखा गया है जिसे बहुत जल्दी पूरा कर लिया जाएगा।
महाकुंभ को सम्बोधित करते हुए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण त्यागी ने कहा कि देश और धर्म के लिये मिटने का जज्बा ही हमारी पहचान है।अब हमारी प्राथमिकता अपने युवाओ को अपने इतिहास और अपनी मिट्टी से जोड़ते हुए संस्कार और संघर्ष के लिये तैयार करना है।हम अपने युवाओ के लिये बेहतर शिक्षा और रोजगार के लिए कार्य करेंगे परन्तु उनमें अपने आदिपुरुष भगवान परशुराम जी जैसी तेजस्विता,आचार्य चाणक्य जैसी दृढ़ इच्छाशक्ति और वीर सावरकर जैसा समर्पण भी विकसित करने का प्रयास करेंगे।
महाकुंभ में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद के सी त्यागी जी ने ब्रह्मर्षि समाज से राजनैतिक रूप से जागरूक होने का आह्वान करते हुए समाज की एकता पर जोर दिया।
सांसद अखिलेश प्रताप सिंह ने ब्रह्मर्षि समाज के सभी घटकों में ज्यादा से ज्यादा परस्पर वैवाहिक समबंध बनाने पर जोर दिया। महाकुंभ में आचार्य प्रमोद कृष्णन जी ने खुलकर समाज मे दहेज, नशाखोरी और कम शिक्षा जैसी समस्याओं पर भी खुलकर अपने विचार रखे।
महाकुंभ में समाज के सभी लोगो के लिये परिचय पत्र देने का भी शुभारंभ किया गया। महाकुंभ में सुशील त्यागी, उदिता त्यागी, सुनिल त्यागी, अमरीश त्यागी, तरुण त्यागी, देवदत्त त्यागी, डॉ गजेंद्र त्यागी, गगन त्यागी, संदीप त्यागी तथा अन्य का उल्लेखनीय योगदान रहा।