भाजपा के बाहरी नेताओं की चुनाव में एंट्री का दांव पड़ा उल्टा, प्रधान पद पर सविता शर्मा जीती, दिव्या बेलवाल की आंधी में नहीं टिके भाजपा के सूरमा

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रायवाला 1 अगस्त 2025। हरिपुर कलां में ग्राम प्रधान पद पर सविता शर्मा ने पूर्व ग्राम प्रधान गीतांजलि जखमोला को लगभग 600 वोट से हराकर अपनी पुरानी हार का बदला ले लिया है। वहीं जिला पंचायत पर दिव्या बेलवाल ने भाजपा के सूरमाओं के सामने एक तरफा जीत हासिल की है। गीतांजलि जखमोला की हार के कई मायने भी लगाए जा रहे हैं, जो आज हम आपको विस्तार से बताएंगे, कुछ स्थानीय सूत्र यह भी कह रहे हैं कि हरिद्वार की राह पर हरिपुर कलां की जनता चली और बाहरी लोगों की चुनाव में दखलअंदाजी को नापसंद करते हुए उन्होंने सविता शर्मा को अपना ग्राम प्रधान चुना। सूत्र यह भी बताते हैं कि निवर्तमान ग्राम प्रधान के पसंदीदा क्षेत्रों में कराए गए विकास कार्य को लेकर लोग नाराज दिखाई थे। सूत्रों का यह भी कहना हैं कि पुराने कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी इस हार का एक खास कारण हैं।‌ तो कुछ स्थानीय लोग यह भी कह रहे हैं कि पिछले चुनाव में प्रधान पद पर खड़े हुए दो प्रत्याशियों का‌ इस चुनाव में सविता शर्मा के समर्थन में बैठना, निवर्तमान प्रधान गीतांजलि जखमोला को भारी पड़ गया।

सविता शर्मा

डोईवाला ब्लॉक के ग्राम पंचायत 38, हरिपुर कलां में सविता शर्मा ने गीतांजलि जखमोला को 599 वोट से हरा दिया। 28 जुलाई को हुई वोटिंग में ग्राम पंचायत पद पर 8501 वोट पड़े, जिसमें से 412 मत खारिज किए गए। वहीं सविता शर्मा को अनानास के निशान पर 4344 वोट मिले, तो गीतांजलि ज़ख्मोला को (अनाज कि बाली) पर 3745 वोट पड़े।

वहीं जिला पंचायत वार्ड 30 हरिपुर कलां की बात करें तो 28 जुलाई को हुए मतदान में कल 15827 वोट पड़े जिसमें से दिव्या बेलवाल (उगता सूरज) को 9638 वोट पड़े रीना देवी पोखरियाल को 2827 और शिवानी भट्ट को 2800 वोट पड़े। इतना ही नहीं 562 वोट खारिज किए गए। शुरू से ही चुनाव में मजबूत दिख रही दिव्या बेलवाल ने अपने प्रतिनिधियों को एक तरफ मात दी है और आपको बता दें कि हरिपुर कलां, रायवाला और खांडगांव की जनता का पूर्ण समर्थन उन्हें प्राप्त हुआ है। देखना होगा कि भविष्य में वह क्षेत्र के विकास के लिए क्या कार्य करते हुए जमीन पर नजर आएंगी।

दिव्या बेलवाल

हरिपुर कलां में क्या रहे पूर्व प्रधान की हार के कारण :-

भाजपा पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि की क्षेत्र में एंट्री से स्थानीय लोगो में नाराजगी

हरिपुर कलां में हरिद्वार के जिन भाजपा पार्षद और पार्षद प्रतिनिधि को चुनावी रैली और प्रचार में उतारकर गीतांजलि जखमोला और उनकी टीम चुनाव को मजबूत करना चाह रही थी। वही दांव उनके लिए उल्टा साबित हुआ, समय दर समय इन दोनों ही भाजपा नेताओं पर राजनीतिक रूप से कई गंभीर आरोप लगे हैं और बात करें राजनीतिक छवि की तो वह भी बीते कुछ सालों में साफ दिखाई नहीं पड़ती। जिस कारण हरिपुर कलां ग्राम की जनता को क्षेत्र में इनकी एंट्री पसंद नहीं आई और चुनाव के मतदान वाले दिन भी शाम को भूथ कैपचरिंग का आरोप लगाते हुए प्रधान प्रत्याशी सविता शर्मा और उनके समर्थकों ने खूब हंगामा किया, मौके पर पुलिस भी पहुंची थी जिसके बाद मामला शांत करवाया गया। सविता शर्मा क्षेत्र की जनता का मन टटोल चुकी थी और इसी को ढाल बनाते हुए सविता शर्मा ने चुनाव प्रचार से हरिद्वार के समर्थकों को दूर रखा। हालांकि समय-समय पर उनके साथ भी हरिद्वार के कुछ समर्थक दिखाई दिए। लेकिन इतना नहीं जितना गीतांजलि जखमोला और उनकी टीम के साथ हरिद्वार के भाजपा नेता खड़े दिखाई थे।

कुछ क्षेत्रों के अलावा अन्य क्षेत्रों में विकास के प्रति उदासीनता

हरि टीवी के सूत्रों ने बताया की पूर्व ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि ने कुछ पसंदीदा क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में विकास की उपेक्षा की जिसका नतीजा यह रहा कि लोग पहले से मन बना चुके थे कि अबकी बार उन्हें ग्राम प्रधान पद पर बदलाव करना है। जिसका अंदाजा ज़ख्मोला एंड टीम नहीं लगा पाई। हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान ज़ख्मोला एंड कंपनी हरिपुर में पानी की टंकी, सीवर लाइन, सड़क निर्माण कार्य के विकास के मुद्दों को जोरों शोरों से चुनाव प्रचार में उठाकर जनता से वोट देने की अपील करती नजर आई।

पुराने कार्यकर्ताओं की नाराजगी पड़ी भारी

हरिपुर कला प्रधान पद के हुए चुनाव में गीतांजलि जखमोला के साथ रहे पुराने सहयोगी इस बार सविता शर्मा के पक्ष में खड़े नजर आए। पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के चलते पैदा हुई नाराजगी गीतांजलि जखमोला और उनके प्रतिनिधि को भारी पड़ गई। जिसका नतीजा यह हुआ कि हरिपुर से सटे हरिद्वार के कुछ वार्डों के भाजपा नेताओं को हरिपुर में बुलाकर चुनाव प्रचार और रैली में उतारा गया। जिसको जनता ने स्वीकार नहीं किया।

पिछले चुनाव में लड़ें दो प्रधान प्रत्याशियों का सविता शर्मा को मिला समर्थन

पिछले चुनाव में सविता शर्मा के साथ गीतांजलि ज़ख्मोला के सामने सत्येंद्र धमांदा और गोकुल डबराल भी चुनाव लड़े थे, जिसमें दोनों ही प्रत्याशी मिलाकर लगभग 1300-1400 वोट ले गए थे। जिस कारण सविता शर्मा को चुनाव में लगभग 1200 वोट से हार का सामना करना पड़ा था। वही 2025 के चुनाव में यह दोनों प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़े और उन्होंने अपना समर्थन प्रधान पद की प्रत्याशी सविता शर्मा को दे दिया और इस चक्रव्यूह में गीतांजलि जगमोला फंस गई। इसका नतीजा यह रहा कि सविता शर्मा ने इस चुनाव में 600 वोट से जीत हासिल की।

दिव्या बेलवाल के सामने नहीं टिक पाए भाजपा के सूरमा

वही बात जिला पंचायत सदस्य की चुनाव की करें तो एक तरफ भाजपा के सांसद जो हरिपुर कलां क्षेत्र में सविता भट्ट के चुनाव कार्यालय उद्घाटन में पहुंचे थे। तो वही ऋषिकेश के विधायक प्रेमचंद अग्रवाल भी उनके समर्थन में प्रचार करते हुए नजर आएं। इतना ही नहीं रुड़की से राज्य मंत्री शोभाराम प्रजापति भी चुनाव प्रचार में उतरे थे।ऐ लेकिन दूसरी तरफ हरिपुर, रायवाला में लगातार कई वर्षों से जमीन पर सक्रिय दिखी दिव्या बेलवाल का साथ आम जनता ने दिया और उन्हें भारी मतों से विजय बनाकर सत्ताधारी पार्टी को संदेश दिया कि, प्रधान या जिला पंचायत के चुनाव में स्टार प्रचारकों की नहीं बल्कि जमीन पर काम करने वाले प्रत्याशियों और नेताओं की जरूरत है।

हरिपुर कलां से यह जीते क्षेत्र पंचायत का चुनाव

हरिपुर कला क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर लक्ष्मी जुगलान, पूजा ग्वाड़ी और मितिका शर्मा ने जीत हासिल की है।

वही बात की जाएं रायवाला क्षेत्र की तो प्रधान पद पर रायवाला से सागर गिरी, खांड गांव से सविता देवी और प्रतीत नगर से राजेश जुगलान ने जीत हासिल की है।

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