हरिद्वार 23 सितंबर 2022। अंकिता भंडारी हत्याकांड ने पूरे उत्तराखंड में उबाल ला दिया, सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक अंकिता को न्याय दिलाने की मांग तेज होने लगी। हरि टीवी भी ऋषिकेश चीला स्थित वनंतरा रिजॉर्ट पर पहुंचा और आपको अपने फेसबुक पेज पर विडियो के माध्यम से दिखाया कि किस तरह से वहां लोगों ने क्रोध में आकर रिजल्ट के शीशे भी तोड़ डाले और अपराधियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रहे थे।
वनंतरा रिसोर्ट्स से हरि टीवी की Exclusive वीडियो का लिंक 📸
शुरू में लाचार दिख रही पुलिस ने सोशल मीडिया पर मुहिम तेज होने के बाद अंकिता के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व राज्य मत्री विनोद आर्या के पुत्र पुलकित आर्य ने ऋषिकेश चीला रोड स्थित कौड़िया गांव से 18 सितंबर की रात अपने दो अन्य साथियों के साथ अंकिता को ले जाकर चिल्ला बैराज में फेंक दिया क्योंकि उसने रिजॉर्ट्स में हो रहा है जगह ने अपराधों को सार्वजनिक करने की बात कही थी। तो वहीं सबसे बड़ा सवाल तो यह खड़े होने लगा कि जब पूर्व में भूमि फार्मेसी के नाम पर ली गई थी तो आखिर रिजल्ट का निर्माण यहां कैसे हुआ और वन विभाग के अधिकारी और पटवारी क्या कर रहे थे। शक की सुई घूमी तो स्थानीय लोगों ने भी कहा कि पटवारी की मिलीभगत से यह सब हुआ है और वन विभाग भी आंख मूंद कर बैठा रहा। अंकिता हत्याकांड में एक बार प्रदेश की छवि फिर राष्ट्रीय स्तर पर खराब की है तो वहीं मुख्यमंत्री धामी ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए और हरी टीवी एवं तमाम मीडिया की खबरों का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड के सभी रिसोर्ट्स की जांच के आदेश जिलाधिकारियों को दे दिए हैं। साथ ही साथ जो रिज़ार्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं उनके विरुद्ध तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। प्रदेश भर में स्थित होटल/रिज़ार्ट/गेस्ट हाउस आदि में कार्य करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की जाए। शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाए।
अब देखना यह होगा कि जिलों के जिलाधिकारी कितनी तत्परता और इमानदारी से रिजॉर्ट्स की जांच करते हैं। क्योंकि जिस तरह से विगत कुछ वर्षों में उत्तराखंड की वन्य भूमि पर अवैध रिसोर्ट्स का निर्माण धड़ल्ले से हुआ है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से उत्तराखंड की भूमि को बाहरी लोगों को बेचने का काम किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जनता से बड़ी बड़ी विकास की बातें करने वाले नेताओं के अधिकतर रिजॉर्ट्स उत्तराखंड की वन्य भूमि पर हैं और इतना ही नहीं नेताओं के करीबी भी उत्तराखंड में रोजाना रिजॉर्ट में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।