देहरादून 12 सितंबर 2022। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में जहां आयोग के पूर्व सचिव, परीक्षा नियंत्रक समेत लगभग 5 अधिकारियों की संपत्ति के विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं। तो वहीं परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच भी अभी जारी है, जांच उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा की जा रही है, लेकिन छात्र भर्ती घोटाले में सुप्रीम कोर्ट के अधीन सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। तो वहीं अब एक और बड़ी खबर आ रही है जहां जांच की जद में आए आयोग के कुछ अधिकारियों को आयोग ने इधर से उधर किया है।विजिलेंस जांच की जद में आए अनुभाग अधिकारी व समीक्षा अधिकारियों को आयोग ने हटा दिया है। आयोग के सचिव एसएस रावत ने 16 अन्य कर्मचारियों को इधर से उधर कर दिया है। जो इस प्रकार है :-
इनमें से दो को बाध्य प्रतीक्षा में डाल दिया है, जबकि एक को अनुभाग से हटाकर लोक सूचना अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। 16 अन्य कर्मचारियों को भी आयोग के सचिव एसएस रावत ने इधर से उधर कर दिया है। जांच के आदेश होने के बाद आयोग के सचिव एसएस रावत ने भी आयोग के स्तर से कार्रवाई की।
कैलाश चंद्र जोशी को परीक्षा अनुभाग से हटाते हुए लोक सूचना अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है।
समीक्षा अधिकारी दीपा जोशी को गोपन अनुभाग से हटाकर बाध्य प्रतीक्षा में डाला है।
समीक्षा अधिकारी बीएल बहुगुणा को अधियाचन अनुुुभाग से हटाकर बाध्य प्रतीक्षा में डाल दिया है।
सहायक समीक्षा अधिकारी प्रवीण राणा को लोक सूचना अधिकारी से हटाकर अधियाचन अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रभारी अनुसचिव राजन नैथानी को विभागीय नियमावली आदि के कार्यों से हटाकर जांच से संबंधित काम दिए गए हैं।
अनुभाग अधिकारी संतोष कुमार निराला को परीक्षा से गोपन अनुभाग की।
सहायक लेखाकार भरत सिंह चौहान को बजट से लेखा के सभी काम सौंपे हैं।
सुभाष घिल्डियाल को अधियाचन से हटाकर परीक्षा अनुभाग दिया गया है।
प्रमीत अधिकारी को अति गोपन से हटाकर गोपन अनुुुभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
सतीश चंद्र उप्रेती को विधि।
बबीता को परीक्षा अनुभाग।
सपना को परीक्षा अनुभाग।
अरविंद सिंह को गोपन अनुभाग।
अनिल कुमार को विधि अनुभाग।
विनीत रावत को गोपन और
पंकज सुंद्रियाल को लेखा अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई है।