उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग स्तानक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ कि लगातार कार्रवाई जारी है और उत्तराखंड के बाद अब इसके तार उत्तर प्रदेश के कई जिलों से जुड़ते जा रहे हैं। पेपर बनाने वाली कंपनी रिम्स, लखनऊ से एसटीएफ ने कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया, तो वहीं अब 2013 से कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी को भी एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है।
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में यह 28 वीं गिरफ्तारी है। एसटीएफ के मुताबिक पुख्ता सबूतों के आधार पर आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व कर्मचारी विपिन बिहारी को उत्तर प्रदेश के सीतापुर से गिरफ्तार किया है। वहीं एसटीएफ ने अब तक 28 लोग गिरफ्तार कर चुकी हैं।
एसटीएफ के पूछताछ में पता चला कि आरोपी विपिन वर्ष 2013 से RIIMS कंपनी में कार्यरत था, वो पूर्व में गिरफ्तार आरोपी अभिषेक वर्मा से पेपर की फोटो कॉपी प्राप्त कर अभियुक्त दिनेश मोहन जोशी को बरेली में उपलब्ध कराता था।
यहां से पंतनगर यूनिवर्सिटी के पूर्व अधिकारी (AEO) दिनेश चंद जोशी पेपर लीक की उपलब्ध कॉपी को हल्द्वानी व आसपास के चुनिंदा छात्रों को रुपए लेकर लीक किया करता था। यही वजह रही कि UKSSSC वीपीडीओ 2021 भर्ती में कुछ छात्रों द्वारा मेरिट लिस्ट में अच्छा स्थान प्राप्त किया गया।
बताया जा रहा है कि अभी उत्तर प्रदेश से कई और नकल माफिया जिनका उत्तराखंड के गिरोह से संबंध है, उनकी गिरफ्तारी अभी होने बाकी है।