हरिद्वार। टोक्यो पैरालंपिक भारत के लिए ऐतिहासिक पैरालंपिक रहा जिसमें भारत के 19 मेडल जीतने मैं सफल हुआ जब भारत के इतिहास में किसी भी पैरालंपिक में सबसे ज्यादा मेडल है। भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने 5 स्वर्ण 6 रजत और 8 कांस्य पदक जीतने के साथ पैरालंपिक इतिहास में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया। इससे पहले भारत के पैरालंपिक मेडल की संख्या 12 थी जो अब बढ़कर 31 हो गई है। भारत का सबसे जबरदस्त प्रदर्शन शूटिंग में देखने को मिला जिसमें भारत ने कुल 5 मेडल जीते।
भारत के दो खिलाड़ियों ने 2-2 मेडल जीते। शूटर अवनी लखेरा ने निशानेबाजी की अलग-अलग प्रतियोगिताओं में एक गोल्ड के साथ एक ब्रांज मेंडल तो वहीं दूसरी तरफ पुरुष निशानेबाज सिंघराज अधाना ने भी दो पदक अपने नाम किए हैं, जिनमें एक सिल्वर मेडल और एक ब्रांज मेडल शामिल है। पैरालंपिक में भारतीय कोच सुभाष राणा की मेहनत काफी लंबे समय बाद रंग लाई। जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और प्रयास से शूटरों को ट्रेन करके भारत को गोल्ड, रजत और कांस्य पदक दिलवाकर भारत को गौरवान्वित किया।
आज हरिद्वार के रानीपुर मोड़ स्थित रॉयल प्लाजा कांपलेक्स में क्रीड़ा भारती एवं देवभूमि शूटिंग ट्रेनिंग अकादमी द्वारा भारतीय पैरालंपिक कोच सुभाष राणा का जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर रीना भारती एवं देवभूमि शूटिंग ट्रेनिंग के सदस्यों ने सुभाष राणा का फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर अभिवादन किया। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद एवं हरिद्वार भाजपा के जिला अध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर शिरकत की और कोच सुभाष राणा का स्वागत किया। एवं क्रीडा भारती और देवभूमि शूटिंग अकादमी से जुड़े हुए बच्चों का सम्मान किया।
हरिद्वार के हृदय टाइम्स एवं हरि टीवी से खास बातचीत करते हुए कोच सुभाष राणा ने युवाओं को मूल मंत्र देते हुए कहा कि अगर आपको नशा करना है तो देश भक्ति का नशा कीजिए। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से भी अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड में खेलों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देना चाहिए और उत्तराखंड में अनेक युवाओं के अंदर टैलेंट है जिस को उजागर करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने देश के माता पिता से भी अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को खेल में आगे बढ़ाएं जिससे वह भी एक दिन नीरज चोपड़ा अऔर अवनी लखेरा जैसा बन कर अब पूरे भारतवर्ष का नाम रोशन करें। निशानेबाजी कोच सुभाष राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ हुआ संवाद खिलाड़ियों के साथ उनके जीवन का सबसे अनोखा अनुभव और पल था।
उन्होंने कहा कि धैर्य, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छा हो तो निश्चित है कि आपको सफलता मिलेगी और लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। ऐसे में किसी व्यक्ति को हार नहीं माननी चाहिए और धैर्य का परिचय देते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते रहना चाहिए।