हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में जहां कुंभ में हुए विकास कार्यों की पोल खुलना शुरू हो गई है तो वहीं इस समय हो रहा है विकास कार्यों में भी भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। हरिद्वार के कनखल स्थित श्याम विहार कॉलोनी में इंटरलॉकिंग टाइल बिछाने का कार्य चल रहा था।
लेकिन जिस तरीके से निर्माण कार्य और जमीनी स्तर पर पीडब्ल्यूडी द्वारा कार्य करवाए जा रहा है वह सवालों के घेरे में खड़ा होता है। लगभग 40 लाख का टेंडर पीडब्ल्यूडी द्वारा इंटरलॉकिंग टाइल बिछाने के लिए ठेकेदार को दिया गया। जिसमें पूरी श्याम विहार कॉलोनी में टाइल बिछाने का कार्य होना था।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि किसी भी जगह गली या सड़क का निर्माण तब होता है जब की पुरानी सड़क खराब हो चुकी हो या चलने लायक न रही हो। लेकिन कनखल के श्याम विहार कॉलोनी में बिना पुरानी सड़क को तोड़े ही टाइल बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया और निर्माण पूरा भी हो गया लेकिन अब सबसे बड़ी बात तो यह देखने वाली है कि जो काम किया गया है उसमें लेवल में बहुत बड़ा अंतर है।
क्योंकि पुरानी सड़क के जो गड्ढे थे उनको बिना भरे ही टाइल बिछा दी गई जिससे कि अब लेवल में जगह-जगह फर्क आ रहा है। यह एक दो जगह नहीं बल्कि पूरी कॉलोनी में ही देखने को मिल रहा है हरि टीवी की टीम जब ग्राउंड पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि वहां विभाग की तरफ से कोई भी टेक्निकल आदमी मौके पर नहीं था और बिना ऑटो लेवल (जो कि लेवल चेक करने का टेक्निकल इंस्ट्रूमेंट होता है) और ठेकेदार की अनुपस्थिति में साइट पर लेबर काम कर रही थी।
स्थानीय निवासियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे घरों के रैम्प को भी सड़क के नीचे कर दिए गए, जिसमें अब पानी भरने की समस्या पैदा होगी क्योंकि बारिश का सीजन आने वाला है। साथ ही उन्होंने अपना नाम ना खोलने की गुहार भी लगाई और कुछ लोगों ने काम में हो रही गड़बड़ी तो बताई लेकिन कैमरे पर बोलने से मना कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यहां बात करने और सुनने वाला कोई है ही नहीं तो हम अपनी समस्या किसको बताए।
साथ ही हमने यह भी देखा कि साइट पर बहुत ही निम्न कोटि का काम किया जा रहा है और टाइल को ढंग से इंटरलॉक भी नहीं किया जा रहा है और ना ही उनके बीच का गैप ढंग से भरा जा रहा है जिसकी तस्वीरें भी हमारे पास है। हरि टीवी ने जब लोक निर्माण विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सुरेश तोमर से बात की तो उन्होंने बताया कि रोड सही थी इसलिए बिना तोड़े ही हमने उस पर टाइल बिछाई है। साथ ही उन्होंने बिलो टेंडर का हवाला भी दिया लेकिन सवाल तो यही है कि जब रोड सही थी तो आखिरकार टाइल बिछाई ही क्यों गई? और अगर रोड सही थी तो अब लेवल में फर्क कैसे आ रहा है? हमने लोनीवी के उस क्षेत्र के असिस्टेंट इंजीनियर से बात की तो उन्होंने बताया कि आम जनता से बात करके और रायशुमारी करके ही वहां निर्माण कराया गया है और अगर कहीं लेवल में फर्क आ रहा है तो हम इसको ठीक भी करवा देंगे।
लेकिन हरि टीवी का मानना है कि कालोनी में हुए काम में इंडियन स्टैंडर्ड कोड के मानकों को ताक पर रखा गया है और बिना किसी टेक्निकल व्यक्ति की देखरेख में पूरा काम तेजी से हुआ है। जो कि सरकारी धन और जनता के पैसों की बर्बादी दिखाई पड़ती है। हमने विष्णु गार्डन के पार्षद से भी तो उन्होंने कहा कि मैं हाल ही के दिनों में बाहर था और उन्होंने इस मामले मे बात की तो उन्होंने मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया।