हरिद्वार 28 जनवरी 2024। हरिद्वार के रानी गली स्थित जगदीश कुटीर में ब्रह्मलीन स्वामी माधवानंद गिरी महाराज की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी माधवानंद महाराज ने न जाने कितने लोगों को अपने विचार से प्रभावित करते हुए भक्ति मार्ग से जोड़ने का काम किया, कैलाशानंद महाराज भी उन्ही के पदचिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहे है। प्रथम पुण्यतिथि पर उन्होंने कहां की परमात्मा उनसे प्रेम करते हैं जो निर्दोष होते हैं, उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपने अंदर का अंहकार और मोह त्यागना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महामंडलेश्वर परमात्म देव महाराज ने कहा कि हम ऐसा राष्ट्र चाहते हैं जहां न भय हो न भूख हो, रावण अपने दरबार में सिंहासन पर बैठा था, न ही वह सम्मान देना चाहता था और न ही देना आता था, लेकिन हनुमान जी ने उन्हें सबक सिखा दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि युवा संन्यासी स्वामी कैलाशानंद महाराज योग्यता के बल पर आगे बढ़ रहे हैं। अच्छे विचार और संकल्प और सेवाभाव को लेकर वह जगदीश कुटीर को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी, महामंडलेश्वर प्रेमानंद, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर कमलेशानंद, महंत केशवानंद, महंत रविदेव शास्त्री आदि अनेक संत उपस्थित थे।