हरिद्वार 31 अगस्त। कुंभ नगरी हरिद्वार में सभी तेरह अखाड़ों के साधु संत प्रवास करते हैं और इसे मठ मंदिरों की भूमि भी कहा जाता है। पिछले 2 साल से कोरोना महामारी के कारण सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम प्रशासन द्वारा रद्द किए गए थे और कहीं भी भीड़ भाड़ जमा ना करने के निर्देश जारी किए गए थे।
वहीं अब कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण इस साल हरिद्वार और पूरे देश में गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जा रही है। कनखल स्थित श्री शंभु पंचायत अटल अखाड़े में अखाड़े के इष्ट देवता गजानन भगवान का गणेश चतुर्थी के अवसर पर पूजन एवं अभिषेक हुआ और साथ ही हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिक भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि भगवान गणेश दुखहर्ता और रिद्धि सिद्धि के देवता हैं। इन दिनों जो भी भक्त सच्चे मन से इनकी पूजा करता है, उसे जरूर मन इच्छा फल की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर श्री महंत कृष्णागिरी, महंत सत्यम गिरि, महंत बलराम भारती, श्री महंत मंगत पुरी, श्री महंत पुरुषोत्तम गिरी, महंत प्रमोद गिरी, रामकेश मीणा विधायक गंगापुर सिटी, राजस्थान आदि उपस्थित थे।